जामताड़ा: प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश रंजीत कुमार के नेतृत्व में डीसी शशि भूषण मेहरा और एसपी अनिमेष नैथानी ने शनिवार सुबह जामताड़ा मंडल कारा का औचक निरीक्षण किया. हालांकि इस दौरान जेल से कोई आपत्तिजनक सामान बरामद नहीं हुआ है. जानकारी के अनुसार सुबह 9:00 बजे के करीब प्रधान जिला सत्र न्यायाधीश, डीसी और एसपी पुलिस टीम के साथ जामताड़ा जेल पहुंच गए. अधिकारियों के अचानक जेल पहुंचते ही जेल कर्मियों और कैदियों के बीच हड़कंप मच गया.
प्रत्येक कैदी वार्ड का किया निरीक्षण
जिला जज और अधिकारियों ने जेल के अंदर सभी वार्डों की बारीकी से जांच की. साथ ही कैदियों को मिलने वाली सुविधा, कैदियों के खान-पान और साफ-सफाई का भी हाल देखा गया. इस दौरान जज और डीसी-एसपी ने जेल में मौजूद पदाधिकारियों को कई दिशा निर्देश दिए.
निरीक्षण के दौरान नहीं मिला कोई आपत्तिजनक सामान
निरीक्षण के दौरान जेल से किसी भी तरह का कोई भी आपत्तिजनक सामान बरामद नहीं हुआ. निरीक्षण के पश्चात प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश रंजीत कुमार ने बताया कि निरीक्षण के दौरान जेल से किसी भी तरह का कोई आपत्तिजनक सामान बरामद नहीं किया गया है. साथ ही कैदियों ने भी पूछताछ के दौरान किसी तरह की कोई शिकायत नहीं की है. उन्होंने बताया कि जेल में बंद कैदियों को इस दौरान मोटिवेट भी किया गया. उन्होंने बताया कि जेल में कई कैदी पढ़ाई करते हैं और बाकी कैदियों को भी पढ़ाते हैं.
जामताड़ा जेल में बंद हैं कई शातिर साइबर अपराधी
गौरतलब हो कि झारखंड का जामताड़ा जिला देशभर में साइबर क्राइम के लिए बदनाम है. जामताड़ा के जेल में कई शातिर साइबर अपराधी बंद हैं. ऐसे में प्रशासन हमेशा अलर्ट रहता है. जेल के अंदर से साइबर अपराध न हो इसके लिए समय-समय पर जेल का औचक निरीक्षण किया जाता है. साथ ही इस दौरान जेल की व्यवस्था और सुरक्षा का भी जायजा लिया जाता है.
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