रायगढ़: लोकसभा चुनाव के चलते पूरे देश में आदर्श आचार संहिता लागू है. छत्तीसगढ़ में भी सभी सीमावर्ती इलाकों में पुलिस और इन्फोर्समेंट एजेंसीज आने जाने वाले वाहनों पर कड़ी नजर बनाए हुए है. इसी दौरान मंगलवार को छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में एक कार से 50 लाख रुपये की बेहिसाब नकदी जब्त की गई है. इस तरह आचार संहिता लागू होने के बाद से 1 अप्रैल तक कुल 9 करोड़ 61 लाख रूपए जब्त किये जा चुके हैं.
छत्तीसगढ़ ओडिशा सीमा पर 50 लाख जब्त: जिला स्तरीय उड़न दस्ता के अधिकारियों के मुताबिक, जिला स्तरीय उड़न दस्ते ने छत्तीसगढ़-ओडिशा सीमा क्षेत्र में रायगढ़ मेडिकल कॉलेज रोड पर जांच के दौरान कार को रोका. कार की जांच पड़ताल की गई तो अंदर 50 लाख रुपये रखे हुए मिले. कार में सवार दो लोगों ड्राइवर कैलाश साहू (50) और एक शत्रुघ्न प्रधान (60) ने पूछताछ के दौरान अधिकारियों को बताया कि वे पैसे को ओडिशा के बेलपहाड़ शहर ले जा रहे थे. लेकिन इतनी नकदी रखने या नकदी से संबंधित कोई दस्तावेज के बारे में संतोषजनक जवाब देने में असफल रहे. नकदी में 500 रुपये के नोट थे. अधिकारियों ने आयकर विभाग को इसकी सूचना दी है.
30 करोड़ 47 लाख की नगदी और वस्तुएं जब्त: राज्य में लोकसभा आम निर्वाचन 2024 के लिए 16 मार्च को आदर्श आचार संहिता लागू हो गया है. जिसके बाद से 1 अप्रैल तक की स्थिति में 30 करोड़ 47 लाख रुपए की अवैध नकदी और वस्तुएं जब्त की गई हैं. इनमें 9 करोड़ 11 लाख रुपए की नगद राशि शामिल हैं. बीते मंगलवार 2 अप्रैल को जब्त की गई 50 लाख रुपए को इस हिसाब में मिलाने के बाद अब तक कुल 9 करोड़ 61 लाख रूपए जब्त किये जा चुके हैं.
अवैध मादक पदार्थ और आभूषण जब्त: मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, प्रवर्तन एजेंसियों (इन्फोर्समेंट एजेंसीज) के जरिए निगरानी के दौरान 1 अप्रैल तक 24 हजार 226 लीटर अवैध शराब जब्त की गई है, जिसकी कीमत 56 लाख रुपए है. साथ ही 1 करोड़ 60 लाख रुपए कीमत की 885 किलो अन्य नशीली वस्तुएं भी जब्त की गई हैं. सघन जांच अभियान के दौरान 1 करोड़ 64 लाख रुपए कीमत के 24.16 किलोग्राम कीमती आभूषण और रत्न भी जब्त किए गए हैं. इसके अलावा कीमत 17 करोड़ 58 लाख रुपए के अन्य सामग्रियां भी जब्त की गई हैं.
आचार संहिता लगने के बाद निर्वाचन आयोग सख्त: दरअसल, लोकसभा चुनाव के चलते पूरे देश में आदर्श आचार संहिता लागू है. निर्वाचन आयोग निष्पक्ष और सुगम चुनाव कराने के लिए प्रवर्तन एजेंसियों के जरिए सभी राज्यों में निगरानी बनाए हुआ है. छत्तीसगढ़ में भी सभी सीमावर्ती इलाकों में पुलिस और इन्फोर्समेंट एजेंसीज आने जाने वाले वाहनों पर कड़ी नजर बनाए हुए है. ताकि चुनाव को प्रभावित करने के लिए इस्तेमाल किये जाने वाले नकदी, आभूषण, शराब आदि पर पूरी तरह रोक लगाई जा सके.