उमरिया। मध्य प्रदेश के उमरिया जिला स्थित मानपुर में एक अजीबोगरीब घटना सामने आई है. जो इन दिनों पूरे प्रदेश भर में सुर्खियों में बना हुआ है. जिले के मानपुर विधानसभा में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत सामूहिक विवाह का आयोजन किया जा रहा था, तभी एक महिला एक बच्ची को लेकर विवाह स्थल पर ही पहुंच गई. वहां पहुंचकर उसने जो दावा किया, उसके बाद तो सामूहिक विवाह के आयोजन में ही हाई वोल्टेज ड्रामा होने लगा और जिम्मेदार हक्के-बक्के रह गए, कि आखिर किया तो किया क्या जाए. फिर इस पूरे घटना क्रम में जिम्मेदार नेता अधिकारियों ने जो किया, वो अब और सवालों के घेरे में आ गया है.
सवालों में सामूहिक विवाह
घटना उमरिया जिले के मानपुर विधानसभा क्षेत्र के पाली जनपद पंचायत अंतर्गत घुनघुटी गांव की है. जहां सामूहिक विवाह का आयोजन कराया गया. सामूहिक विवाह का कार्यक्रम चल ही रहा था, तभी अचानक चिनकी गांव की रहने वाली महिला जिसका नाम ललिता बाई है, उसे अचानक पता चलता है कि उसका पति धरम लाल बैगा सामूहिक विवाह में धुपखड़ा गांव की रहने वाली दूसरी लड़की से विवाह कर रहा है. जैसे ही इस बात का पता महिला को लगा, वो अपने पिता कल्लू बैगा को लेकर विवाह स्थल पर ही पहुंची. पत्नी ललिता बाई वहां खड़े सभी जिम्मेदारों को बताने लगी कि यह मेरा पति है और हमारी एक बेटी भी है, इस विवाह को तुरंत रोका जाए.
महिला गुहार लगाती रही, जिम्मेदार चुप्पी साधे रहे
मुख्यमंत्री विवाह कन्यादान योजना के तहत सामूहिक विवाह का आयोजन चल रहा था. इस मौके पर मानपुर विधानसभा क्षेत्र की वर्तमान विधायक व पूर्व मंत्री मीना सिंह वहां मौजूद थीं. इसके अलावा जिले के आला अधिकारी भी मौजूद रहे और इन सभी के सामने महिला दावा करती रही कि वो उसका पति है और फिर से शादी कर रहा है, लेकिन इस बात पर पिता-पुत्री की गुहार सुनने वाला कोई नहीं था. महिला गुहार लगाती रही, जिम्मेदार आला अधिकारी चुप्पी साधे रहे और उसका पति दूसरा विवाह करके चला गया.
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महिला के आरोप पर बोला पति
एक ओर महिला अपने पिता के साथ पहुंचकर यह दावा करती रही कि उसका पति दूसरी शादी कर रहा है. वहीं ललिता बाई का पति धरम लाल बैगा अपनी पति और बेटी को पहचानने से इंकार कर दिया. वह कहने लगा कि वो अभी कुंवारा है. उसकी शादी नहीं हुई है, ये किसकी बेटी है, वो इन्हें किसी को नहीं जानता. ये तो उसका पिता ही बताएगा की ये कौन है. जब तक शादी होती रही तब तक पति लगातार इस बात का विरोध करता रहा और ललिता बाई को पहचानने से ही इनकार करता रहा और शादी करके वापस चला गया. वहीं इस पूरे मामले को लेकर पाली जनपद पंचायत के सीईओ कुंवर कन्हाई का कहना है कि 'जांच करवा कर एफआईआर करवाई जाएगी.'