लखनऊ: राम मंदिर आंदोलन में प्रमुख भूमिका निभाने वालीं पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने कहा कि अयोध्या में भगवान श्री राम के भव्य मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हो चुकी है. मथुरा और काशी में भी उनके ही जीवन काल में प्राण प्रतिष्ठा होगी. यही उनकी आस्था है.
ईटीवी भारत से खास बातचीत में उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में गठबंधन पहले भी हो चुके हैं. भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश की सभी 80 सीट जीतने जा रही है और गठबंधन एक बार फिर हारने का काम करेगा.
एमपी की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा कि राम मंदिर का भव्य निर्माण हो गया. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो गई. इस प्राण प्रतिष्ठा की सबसे बड़ी खूबी है कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में कम से कम 120 करोड़ लोगों के प्राण गए होंगे. क्योंकि रामराज्य का मतलब है, जहां भेदभाव ना हो, सबको समानता से जीने का अधिकार सबका सम्मान हो, यही रामराज्य की विशेषता थी.
इसलिए गांधी जी ने रामराज्य की बात कही थी. कपड़ा सस्ता अनाज और आलोचना का सम्मान हो, यही रामराज्य होगा. धारणा है कि भगवान राम के लिए आदर्श रामराज्य की तरफ हम लोग बढ़ें, उसी की प्राण प्रतिष्ठा होनी है.
अयोध्या के बाद मथुरा काशी के सवाल पर उन्होंने कहा कि हमारी कोई रूपरेखा नहीं होती थी. सब मिलकर फैसला करते थे. एक अभियान बनता था. अयोध्या में प्रमाण धरती के अंदर थे. 6 दिसंबर को ढांचा गिरा दिया. अगर उन्होंने ढांचा नहीं गिराया होता तो पुरातत्व विभाग सच सामने नहीं लापाता.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मथुरा और काशी में तो ढांचा गिराने की बात ही नहीं है. सबूत मंदिर में ही दिख रहे. शृंगार गौरी की पूजा मैंने स्वयं की है. मथुरा और काशी के दोनों विषय न्यायालय में विचाराधीन है. हमें इस अभियान आंदोलन की जरूरत नहीं दिखाई पड़ती है.
मामला अदालत में है क्योंकि प्रमाण सामने मौजूद हैं. एक बात महत्वपूर्ण है कि एक चीज अदालत में नहीं है, वह है उमा भारती की आस्था, मुझे अपने जीवन काल में अयोध्या मथुरा काशी में भव्य मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा देखनी है, इसका फैसला अदालत नहीं करेगा.
यह मेरा दिल कहता है कि वहां मेरे जीवन के दौरान ही मंदिर बनेंगे और भगवान की प्राण प्रतिष्ठा होगी. पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने कहा कि गंगा की स्थिति के बारे में मैं फिलहाल कोई टिप्पणी नहीं करूंगी. चुनाव सामने है, चुनाव समाप्त होते ही मैं इस पर बात करूंगी.
2017 में मेरे जाने के बाद गंगा वहीं ठहरी हुई है. मैंनें केंद्रीय नेतृत्व से बात की है कि मुझे यह ध्यान में रखकर ही फैसला करें. गंगा के अलावा मैं किसी काम में नहीं लगूंगी. इसलिए मैं चुनाव क्षेत्र को समय नहीं दे पाऊंगी. आने वाले 2 साल में गंगा के कार्य को संपूर्ण करना है.
मुझे आने वाले 2 साल में गंगा के कार्य को संपूर्ण करके देना है. देश के लोगों को याद दिलाना चाह रही हूं कि राम रघुकुल में उत्पन्न हुए हैं. रघुकुल के जो मूल पुरुष थे भागीरथ वही गंगा को धरती पर लाए थे. इसलिए रामलला बैठे हैं. वह इसी प्रकार बैठे रहेंगे तो उन्हें अविरल और निर्मल गंगा का उपहार देना ही पड़ेगा.
लोकसभा चुनाव के गठबंधन दलों और उत्तर प्रदेश में क्या राजनीतिक स्थिति है, इस सवाल पर उमा भारती ने कहा कि सारे प्रयोग हो चुके हैं. पहले भी गठबंधन हुए हैं, सब लोग फेल हो चुके हैं. भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश में 80 की 80 सीट जीतने का काम करेगी और एक बार फिर गठबंधन हारेगा.
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