उज्जैन। अदाणी समूह मध्य प्रदेश में लगभग 75 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेगा. इसकी घोषणा उज्जैन में आयोजित 'रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव 2024' में अदाणी इंटरप्राइजेज के डायरेक्टर प्रणव अदाणी ने की. उन्होंने इस मौके पर बताया कि इस निवेश के जरिए राज्य में विकास के साथ-साथ रोजगार के बड़े अवसर पैदा होंगे, मध्य प्रदेश के उज्जैन में शुक्रवार से दो दिवसीय 'रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव 2024' शुरू हुआ है, जहां अदाणी इंटरप्राइजेज के डायरेक्टर प्रणव अदाणी ने इस निवेश की घोषणा की. कॉन्क्लेव का शुभारंभ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने किया.
उज्जयिनी विक्रम व्यापार मेले का शुभारंभ
उज्जैन में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव-2024, के अलावा उज्जयिनी विक्रम व्यापार मेला एवं 40 दिवसीय विक्रमोत्सव-2024 का भी शुभारंभ किया गया. इस अवसर पर प्रदेश की 1.29 करोड़ लाड़ली बहनों के खातों में मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना की ₹1,576 करोड़ की राशि तथा लाड़ली लक्ष्मी योजना के अंतर्गत 2 लाख 45 हजार बालिकाओं के खाते में ₹85 करोड़ की राशि अंतरित की. इस दौरान सीएम मोहन यादव ने कहा कि ''बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में आज एक नया इतिहास बन रहा है. मध्यप्रदेश में व्यापार की अपार संभावनाएं हैं.''
MP के विकास में योगदान देगा अदाणी ग्रुप
इस दौरान प्रणव अदाणी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ''मध्य प्रदेश में हमारी उपस्थिति कई क्षेत्रों तक फैली हुई है, जिसमें सड़क, सीमेंट और प्राकृतिक संसाधनों से लेकर थर्मल पावर, रिन्यूएबल एनर्जी और पावर ट्रांसमिशन जैसे सेक्टर शामिल हैं. राज्य में हमारा कुमुलेटिव इन्वेस्टमेंट लगभग 18 हजार करोड़ रुपये है और हमने राज्य भर में लगभग 11 हजार रोजगार के अवसर पैदा किए हैं. मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि अदाणी समूह इन क्षेत्रों में निवेश जारी रखेगा, साथ ही मध्य प्रदेश में अपने निवेश को दोगुना से अधिक करेंगे और राज्य के सर्वांगीण विकास में अपना योगदान देंगे.''
75 हजार करोड़ रुपये का निवेश
प्रणव अदाणी ने आगे कहा, "मध्य प्रदेश में लगभग 75 हजार करोड़ रुपये का निवेश कंपनी करेगी. इसमें से 5 हजार करोड़ रुपये का निवेश उज्जैन से इंदौर होते हुए भोपाल तक महाकाल एक्सप्रेस-वे बनाने में किया जाएगा. चोरगाडी में 40 लाख टन प्रतिवर्ष की क्लिंकर यूनिट, देवास और भोपाल में 80 लाख टन प्रति वर्ष की संयुक्त क्षमता वाले दो सीमेंट ग्राइंडिंग यूनिट स्थापित किए जाएंगे और इसके लिए 5 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा.''
प्राकृतिक संसाधन क्षेत्र में अदाणी समूह 4 हजार करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करेगा और खाद्य प्रसंस्करण, कृषि-रसद, लॉजिस्टिक्स और डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग में अपना विस्तार करने के लिए 600 करोड़ रुपये का निवेश करेगा. ईंधन वितरण में भी कंपनी निवेश करेगी, जिसमें सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन, बॉयो, लिक्विफाइड नेचुरल गैस, इलेक्ट्रिक व्हीकल शामिल हैं, जो 2,100 करोड़ रुपये से अधिक का होगा, जिसका बड़ा हिस्सा भिंड, बुरहानपुर, अनुपपुर, टीकमगढ़ और अलीराजपुर में शहरी गैस वितरण नेटवर्क को मजबूत करने के लिए उपयोग किया जाएगा."
15 हजार से अधिक रोजगार के अवसर होंगे प्राप्त
प्रणव अदाणी ने बताया, "अदाणी समूह का सबसे बड़ा निवेश इस राज्य को किफायती बिजली तक पहुंच बढ़ाने में होगा. सिंगरौली में कंपनी अपने एनर्जी संयंत्र में बिजली उत्पादन क्षमता को मौजूदा 1 हजार 200 मेगावाट से बढ़ाकर 4 हजार 400 मेगावाट करने के लिए करीब 30 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेगी. इसके साथ 3 हजार 410 मेगावाट क्षमता की पंप स्टोरेज परियोजनाएं स्थापित करने के लिए करीब 28 हजार करोड़ रुपये का निवेश भी करेगी. कुल मिलाकर, लगभग 75 हजार करोड़ रुपये का निवेश पूरे मध्य प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्रों में कंपनी के द्वारा किया जाएगा, जिससे 15 हजार से अधिक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा होंगे. वहीं, इस निवेश के जरिए सामान्य बिजली उपभोक्ताओं को भी काफी लाभ होगा.''
भारत की तरफ उम्मीद की नजरों से देख रही दुनिया
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि ''उज्जैन के रीजनल इंडस्ट्री एकक्लेव के पश्चात प्रदेश में जबलपुर, रीवा और ग्वालियर में भी रीजनल कॉन्क्लेव आयोजित की जाएंगी. कॉन्क्लेव के दौरान ही औद्योगिक इकाईयों के लोकार्पण और भूमि पूजन भी किए जाएंगे.'' मुख्यमंत्री ने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत की जीडीपी ग्रोथ अनेक देशों को आश्चर्य चकित कर रही है. दुनिया हमारी तरफ उम्मीद की नजरों से देख रही है. उद्योग जगत से सभी को अनेक आशाएं हैं. भारत के करीब 140 करोड़ नागरिक भी राष्ट्र के विकास में अहम योगदान दे रहे हैं.
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17 हजार करोड़ मूल्य की भूमि का आवंटन
उज्जैन के रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में अनेक औद्योगिक घरानों के प्रतिनिधि उज्जैन आए थे. उज्जैन के कॉन्क्लेव से करीब 1 लाख करोड़ के व्यवसाय और उद्योग का इतिहास बन रहा है. करीब 20 हजार से अधिक लोगों को नई इकाईयों से रोजगार मिलेगा. यही नहीं करीब 250 औद्योगिक परियोजनाओं में 17 हजार करोड़ मूल्य की भूमि का आवंटन किया गया है. प्रारंभ में अनेक निवेशकों ने मध्यप्रदेश में निवेश संभावनाओं के संबंध में विचार व्यक्त किए. निवेशकों निवेश के क्षेत्र में किए जाने वाले कार्य की भी जानकारी दी.