उज्जैन: महिदपुर थाना क्षेत्र में पार्टी कार्यकर्ताओं पर झूठे मामले दर्ज किए जाने के विरोध में कांग्रेस ने पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उज्जैन के पुलिस कंट्रोल रूम का घेराव कर किया. कांग्रेसियों ने आरोप लगाया कि महिदपुर में बीजेपी के पूर्व विधायक बहादुर सिंह चौहान के साथ मारपीट की घटना के बाद पुलिस ने 30 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया. जिसमें 10-12 कांग्रेस कार्यकर्ताओं को झूठा फंसाया गया है.
जीतू पटवारी ने किया तीखा हमला
प्रदर्शन के दौरान पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने राज्य सरकार और प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, "मध्य प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है. बीजेपी में आपस में जूतम-पैजार होती है और FIR कांग्रेसियों पर लिखाई जाती है. इन झगड़ों का खामियाजा कांग्रेस को भुगतना पड़ रहा है. बिना जांच किए हमारे कार्यकर्ताओं के नाम इस मामले में शामिल करना अन्याय है." पटवारी ने चेतावनी दी कि यदि 24 घंटे के भीतर निर्दोश कांग्रेस कार्यकर्ताओं के नाम केस से नहीं हटाए गए, तो प्रदेश भर में बड़े स्तर पर आंदोलन होगा.
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कांग्रेस विधायकों ने की निष्पक्ष जांच की मांग
इस मामले को लेकर विधायक महेश परमार ने कहा "घटना के समय कांग्रेस का कोई कार्यकर्ता मौके पर मौजूद नहीं था. भाजपा के दबाव में यह कार्रवाई की गई है. भाजपा के नेताओं के इशारे पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को झूठे मामलों में फंसाना लोकतंत्र की हत्या है. मामले की निष्पक्ष जांच की जाए और केवल दोषियों के खिलाफ कार्रवाई हो." महिदपुर विधायक दिनेश जैन बोस ने भी कहा कि "बिना जांच कार्रवाई करना अस्वीकार्य है."