उज्जैन। महाकालेश्वर मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगो में से एक है. महाकाल मंदिर किसी पहचान का मोहताज नहीं है. पूरे विश्व से श्रद्धालु बाबा महाकाल के दर्शन करने पहुंचते हैं. इन दिनों महाकालेश्वर मंदिर में उत्सव का नजारा देखने मिल रहा है. महाकाल मंदिर में 9 दिन तक महा शिवनवरात्रि मनाई जा रही है. जिसमें हर दिन बाबा का अलग-अलग रूपों में श्रृंगार किया जाता है. इसी क्रम में सोमवार यानि पांचवे दिन बाबा महाकाल ने होलकर रूप में भक्तों को दर्शन दिए.
पांचवे दिन होलकर रूप में दिए बाबा ने दर्शन
महाकाल मंदिर के विजय पुजारी ने बताया कि 'बाबा महाकाल के मंदिर में अल सुबह भस्म आरती में बाबा का पंचाभिषेक हुआ. दोपहर में भगवान को सोला, दुसाला, स्वर्ण जड़ित आभूषण पहनाए गए. मंदिर परिसर में हरि शिव व हरि कीर्तन किए जा रहे हैं. बड़ी संख्या में भक्त दोपहर के श्रृंगार के बाद से ही उमड़ रहे हैं. भगवन महाकाल के श्रृंगार की बात करें तो, पांचवे दिन बाबा का होलकर रूप में श्रृंगार किया गया. अब छटे दिन मनमहेश रूप में श्रृंगार किया जाएगा. वहीं सातवे दिन उमामहेश, आठवें दिन शिव तांडव श्रृंगार और नौंवे दिन सप्त धान रूप में श्रृंगार होगा. जबकि इस दिन दोपहर में भस्म आरती होगी.
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महाकालेश्वर मंदिर में शिवनवरात्रि की धूम
आपको बता दें जिस तरह घरों में शादी का आयोजन धूमधाम से बनाया जाता है. वैसे ही महाकालेश्वर मंदिर में शिव विवाह का उत्सव धूमधाम से बनाया जा रहा है. सबसे पहले सुबह कोटेश्वर कुंड पर भगवान कोटेश्वर का पूजन पाठ कर उन्हें हल्दी चंदन का लेपन कर पूजन पाठ किया जाता है. पंडित पुजारी द्वारा भगवान महाकाल का अभिषेक पूजन पाठ किया जाता है. इसके बाद भगवान महाकाल का शाम को विशेष श्रृंगार कर तैयार किया जाता है.