उज्जैन: अक्सर आप खबरों में अनोखी और अतरंगी शादियों को बारे में पढ़ते होंगे. ये शादियों सिर्फ इंसानों की नहीं बल्कि जानवरों की भी होती है, जो लोग किसी वजह तो किसी टोटका के चलते कराते हैं. इसी तरह एक अनोखी शादी का आयोजन उज्जैन में किया गया. यहां महाकाल की सवारी नंदी की शादी कराई गई. उज्जैन में गाय और नंदी का विवाह पूरे हिंदू परंपराओं के साथ किया गया. गाय और नंदी के 7 फेरे कराए गए और इस शादी में शामिल होने भारी संख्या में लोग पहुंचे. लोगों ने शादी के रिसेप्शन का भी आनंद लिया.
नंदी और गाय की कराई गई शादी
आयोजनकर्ता डॉ. भवानी शंकर शास्त्री ने बताया कि उज्जैन के विष्णु पुराण तेजाजी धाम मंदिर में 'तेज' नाम नंदी और 'पेमल रानी' नामक गाय का विवाह संपन्न कराया गया. ये शादी हिंदू धर्म के रीति रिवाज से साथ कराई गई. शादी की शुरुआत सुबह मेहंदी और तेल की रस्मों से हुई. बारात में ढोल-धमाके, डीजे और घोड़े के साथ भव्य जुलूस भी निकाला गया. दुल्हन पेमल रानी की और से शुक्ला परिवार ने बारात का स्वागत फूलों की वर्षा से किया. शाम को विवाह की मुख्य रस्में संपन्न हुई, जिसमें 7 फेरे, पग पूजन, कन्यादान, मंगलसूत्र और मांग भराई की रस्में निभाई गई.'
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रिसेप्शन का भी किया गया आयोजन
नंदी और गाय के विवाह के बाद गाय 'पेमल रानी' की विदाई और रिसेप्शन का आयोजन किया गया. इस अवसर पर मौजूद श्रद्धालु महेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि, "मैंने अपने जीवन में ऐसी शादी कभी नहीं देखी. मान्यता है कि गाय और नंदी का विवाह कराने से व्यक्ति की 10 पीढ़ियां स्वर्ग में स्थान पाती हैं."