उज्जैन। उज्जैन के इस्कॉन मंदिर में हर साल भगवान जगन्नाथ की यात्रा निकाली जाती है. यात्रा शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए निकलती है और भगवान जगन्नाथ अपने भक्तों को दर्शन देते हैं. कोलकाता के कलाकार द्वारा 25 दिन पहले से ही भगवान जगन्नाथ की पोशाक तैयार की जाती है. जिसमें दिल्ली, मुंबई, मथुरा, सूरत से कपड़ा और आभूषण के लिए ज्वेलरी मंगाई गई, जिससे भगवान की ड्रेस तैयार की जाती है. उनकी ड्रेस की कीमत करीब 2 लाख रुपये आंकी जा रही है. इस बार भगवान जगन्नाथ तीन रथ यात्रा पर सवार होकर भक्तों को दर्शन देंगे, जिसमें प्रदेश के मुखिया डॉ मोहन यादव शामिल होंगे.
यहां से निकलेगी जगन्नाथ यात्र
इस्कॉन मंदिर के पीआरओ राघव दास ने बताया कि ''भगवान जगन्नाथ, बलभद्रजी और सुभद्रादेवी की रथ यात्रा निकाली जाएगी. इस बार भक्ति प्रेम स्वामी महाराज के मार्गदर्शन में मध्य प्रदेश में 17 जगह पर उज्जैन इस्कॉन रथ यात्रा निकालने जा रहा है. 7 जुलाई उज्जैन, 8 जुलाई बदनावर और बीना, 9 जुलाई टीकमगढ़ और मलंज्खंड, 10 जुलाई छिंदवाडा, 11जुलाई अशोक नगर, बालाघाट और बड़वानी, 12 जुलाई को सिवनी और तराना, 13 जुलाई को नागदा और मंदसौर, 14 जुलाई को नीमच, गुना और आष्टा तथा 15 जुलाई को उज्जैन में उल्टा रथ के नाम से विख्यात वापसी रथ-यात्रा होगी.''
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सीएम मोहन यादव होंगे यात्रा में शामिल
उज्जैन में इस बार जगन्नाथ पुरी की तर्ज पर तीन रथों में बलदेव जी, सुभद्रा महारानी और जगन्नाथ जी विराजमान होकर नगर भ्रमण के लिए निकलेंगे. 7 जुलाई को बुधवारिया से रथ यात्रा शुरू होने से पहले मोहन यादव और संस्कृति मंत्री धर्मेंद्र भाव सिंह लोधी रथ की अगवानी करेंगे. इस दौरान साधु संतों और जन प्रतिनिधियों तथा देश विदेश से आए अनेक भक्त उपस्थित रहेंगे. पूजा आरती के उपरांत नारियल कपूर से आरती करके स्वर्णिम झाड़ू से रथ के आगे का मार्ग बुहारा जाएगा और रथों का प्रस्थान होगा. 2 बजे रथ यात्रा आरंभ होगी और आगर रोड से चामुंडा माता चौराहा, फ्रीगंज ओवर ब्रिज होते हुए, टावर टावर से तीन बत्ती चौराहा और तीन बत्ती चौराहे से इस्कॉन तिराहे होते हुए यात्रा मंदिर पहुंचेगी. जहां कलेक्टर नीरज कुमार के द्वारा पूजन अर्चन के उपरांत भगवान गुंडिचा स्थित बेदी में विराजमान होंगे.