उज्जैन: महाकाल चौराहे पर महाकाल वन युवराज गणेश उत्सव समिति द्वारा सुपारी से बनी गणेश प्रतिमा स्थापित की गई है. इस वर्ष गणेश उत्सव में 1 लाख 25 हजार सुपारी से बनी 21.5 फीट ऊंची भगवान गणेश की भव्य प्रतिमा स्थापित की गई. खास बात यह रही कि इसका नाम वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड्स लंदन में दर्ज किया गया है.
1 लाख 25 हजार सुपारी से बनी गणेश प्रतिमा
उज्जैन में महाकाल चौराहे पर महाकाल वन युवराज गणेश उत्सव समिति द्वारा सुपारी से बनी भव्य गणेश प्रतिमा स्थापित की गई है. इस गणेश प्रतिमा को सुपारी से बनाया गया है. इसमें 1 लाख 25 हजार सुपारियों का उपयोग हुआ है. गणेश प्रतिमा की ऊंचाई 21.5 फीट है. इस अद्भुत मूर्ति को इंदौर और बंगाल के 25 करीगरों ने मिलकर बनाया है.
वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड्स लंदन में नाम दर्ज
वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड्स लंदन के अधिकारियों ने महाकाल चौराहे पर स्थित इस अनोखी मूर्ति का निरीक्षण किया और इसे आधिकारिक रूप से रिकॉर्ड में दर्ज किया गया. इसके बाद वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड्स लंदन का सर्टिफिकेट दिया गया. उज्जैन महाकाल वन युवराज समिति के अध्यक्ष बाबू यादव ने बताया कि "यह विशेष गणेश प्रतिमा 29 मई से बननी शुरू हुई थी और लगभग ढाई महीने की अथक मेहनत के बाद इसे तैयार किया गया. मूर्ति बनाने में कुल 2 लाख 90 हजार रुपए का खर्च आया. महाकाल के युवराज गणेशजी का उत्सव हर वर्ष बड़े धूमधाम से मनाया जाता है और पिछले 11 वर्षों से लगातार बड़ी प्रतिमाएं पंडाल में स्थापित की जाती रही हैं."
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प्रसाद में मोदक और सुपारी का वितरण
गणेश उत्सव में नौंवे दिन सोमवार को अद्वितीय प्रसाद के रूप में भगवान गणेश के पूजन में चढ़ाई गई सुपारी (पुगीफल) और मोदक का वितरण किया गया. प्रसाद पाने के लिए पंडाल में भारी भीड़ उमड़ी और सभी को प्रसाद बांटा गया. भक्त भी सुपारी का प्रसाद पाने के लिए घंटों लाइन में अपनी बारी का इंतजार करते देखे गए. बता दें कि सुपारी को संस्कृत में पुगीफल कहा जाता है.