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महापौर मुनेश गुर्जर मामले में यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा का बड़ा बयान, कहा- पत्रावली आते ही दो घंटे में लेंगे फैसला - Kharra Big Statement On Mayor

Kharra Big Statement On Mayor Munesh Gurjar Case, हेरिटेज नगर निगम की महापौर मुनेश गुर्जर की कुर्सी पर फिर से तलवार लटक रही है. हाल ही में एसीबी ने अपनी जांच में मुनेश गुर्जर के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य मिलने पर राज्य सरकार से उनके खिलाफ अभियोजन स्वीकृति मांगी है. इस पर राज्य के यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि पत्रावली प्राप्त होते ही दो घंटे में फैसला लेकर फाइल को आगे बढ़ा दिया जाएगा.

MUNESH GURJAR IN BRIBERY CASE
मंत्री झाबर सिंह खर्रा का बड़ा बयान (ETV BHARAT JAIPUR)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jun 17, 2024, 5:06 PM IST

यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा का बड़ा बयान (ETV BHARAT JAIPUR)

जयपुर. हाईकोर्ट से निलंबन आदेश रद्द होने के बाद 4 दिसंबर 2023 को हेरिटेज नगर निगम की महापौर मुनेश गुर्जर ने दोबारा कुर्सी संभाली थी. उस वक्त महापौर ने भगवान पर भरोसा होने की बात कहते हुए सत्यमेव जयते कहा था. वहीं, अब एक बार फिर से मुनेश गुर्जर की कुर्सी पर तलवार लटक रही है. हाल ही में एसीबी ने अपनी जांच में मुनेश गुर्जर के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य मिलने पर राज्य सरकार से उनके खिलाफ अभियोजन स्वीकृति मांगी है. इस पर यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि अब तक उन्हें पत्रावली प्राप्त नहीं हुई है. जैसे ही उनके पास फाइल आएगी, वो दो घंटे में फैसला लेकर उसे आगे बढ़ा देंगे.

बीते साल 4 अगस्त को हेरिटेज नगर निगम की महापौर मुनेश गुर्जर के घर पर एसीबी ने छापा मारा था. उनके पति सुशील गुर्जर को 2 लाख रुपए की रिश्वत मांगने के आरोप में गिरफ्तार भी किया गया था. सुशील गुर्जर के साथ दलाल नारायण सिंह और अनिल दुबे को भी गिरफ्तार किया गया था. इस कार्रवाई में महापौर के घर से 41 लाख रुपए और दलाल नारायण सिंह के घर से करीब 9 लाख रुपए बरामद हुए थे. इस पर तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने मुनेश गुर्जर को निलंबित कर दिया था. इस पर उन्होंने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया और वहां से उनके निलंबन को रद्द करने के आदेश जारी किए गए थे.

इसे भी पढ़ें - हेरिटेज मेयर मुनेश पर गिरफ्तारी की 'तलवार', रिश्वत के मामले में एसीबी को मिले सबूत - Munesh Gurjar in Bribery Case

उस वक्त ईमानदारी और सत्यमेव जयते का ढोल पीटने वाली महापौर मुनेश गुर्जर पर अब भ्रष्टाचार के आरोप साबित हो गए हैं. एसीबी को पट्टे जारी करने की एवज में 2 लाख की रिश्वत लेने के मामले में पर्याप्त साक्ष्य मिले हैं. ऐसे में एसीबी ने राज्य सरकार से मुनेश गुर्जर के खिलाफ अभियोजन स्वीकृति मांगी है. इसके बाद ही मुनेश गुर्जर और उनके पति सुशील गुर्जर के खिलाफ एक साथ चालान पेश होगा. इस संबंध में यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि अभी तक उनकी टेबल पर पत्रावली नहीं आई है, जिस दिन पत्रावली आएगी, उस पर सकारात्मक फैसला लेते हुए दो घंटे में फाइल आगे बढ़ा दी जाएगी.

वहीं, भाजपा में चल रहे लोकसभा चुनाव के मंथन पर झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि लोकसभा चुनाव में 25 में से 11 सीट गंवाने के एक नहीं, बल्कि अनेक कारण रहे हैं. व्यक्ति को यदि सामान्य सर्दी जुखाम हो और समय पर इलाज न ले तो वो बुखार बन जाता है. बुखार से निमोनिया और फिर धीरे-धीरे कई अंग खराब होने लगते हैं. इसी तरह हार के भी कई कारण हैं. साथ ही उन्होंने कांग्रेस पर मतदाताओं के बीच भ्रम फैलाने का भी आरोप लगाया.

यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा का बड़ा बयान (ETV BHARAT JAIPUR)

जयपुर. हाईकोर्ट से निलंबन आदेश रद्द होने के बाद 4 दिसंबर 2023 को हेरिटेज नगर निगम की महापौर मुनेश गुर्जर ने दोबारा कुर्सी संभाली थी. उस वक्त महापौर ने भगवान पर भरोसा होने की बात कहते हुए सत्यमेव जयते कहा था. वहीं, अब एक बार फिर से मुनेश गुर्जर की कुर्सी पर तलवार लटक रही है. हाल ही में एसीबी ने अपनी जांच में मुनेश गुर्जर के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य मिलने पर राज्य सरकार से उनके खिलाफ अभियोजन स्वीकृति मांगी है. इस पर यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि अब तक उन्हें पत्रावली प्राप्त नहीं हुई है. जैसे ही उनके पास फाइल आएगी, वो दो घंटे में फैसला लेकर उसे आगे बढ़ा देंगे.

बीते साल 4 अगस्त को हेरिटेज नगर निगम की महापौर मुनेश गुर्जर के घर पर एसीबी ने छापा मारा था. उनके पति सुशील गुर्जर को 2 लाख रुपए की रिश्वत मांगने के आरोप में गिरफ्तार भी किया गया था. सुशील गुर्जर के साथ दलाल नारायण सिंह और अनिल दुबे को भी गिरफ्तार किया गया था. इस कार्रवाई में महापौर के घर से 41 लाख रुपए और दलाल नारायण सिंह के घर से करीब 9 लाख रुपए बरामद हुए थे. इस पर तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने मुनेश गुर्जर को निलंबित कर दिया था. इस पर उन्होंने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया और वहां से उनके निलंबन को रद्द करने के आदेश जारी किए गए थे.

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उस वक्त ईमानदारी और सत्यमेव जयते का ढोल पीटने वाली महापौर मुनेश गुर्जर पर अब भ्रष्टाचार के आरोप साबित हो गए हैं. एसीबी को पट्टे जारी करने की एवज में 2 लाख की रिश्वत लेने के मामले में पर्याप्त साक्ष्य मिले हैं. ऐसे में एसीबी ने राज्य सरकार से मुनेश गुर्जर के खिलाफ अभियोजन स्वीकृति मांगी है. इसके बाद ही मुनेश गुर्जर और उनके पति सुशील गुर्जर के खिलाफ एक साथ चालान पेश होगा. इस संबंध में यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि अभी तक उनकी टेबल पर पत्रावली नहीं आई है, जिस दिन पत्रावली आएगी, उस पर सकारात्मक फैसला लेते हुए दो घंटे में फाइल आगे बढ़ा दी जाएगी.

वहीं, भाजपा में चल रहे लोकसभा चुनाव के मंथन पर झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि लोकसभा चुनाव में 25 में से 11 सीट गंवाने के एक नहीं, बल्कि अनेक कारण रहे हैं. व्यक्ति को यदि सामान्य सर्दी जुखाम हो और समय पर इलाज न ले तो वो बुखार बन जाता है. बुखार से निमोनिया और फिर धीरे-धीरे कई अंग खराब होने लगते हैं. इसी तरह हार के भी कई कारण हैं. साथ ही उन्होंने कांग्रेस पर मतदाताओं के बीच भ्रम फैलाने का भी आरोप लगाया.

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