हरिद्वार: पांच दिन पहले बीती 9 अप्रैल को हरिद्वार में हरकी पैड़ी से चोरी किए गए बच्चे को पुलिस ने सकुशल बरामद कर लिया है. इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपी रिश्ते में देवर-भाभी है. हरिद्वार एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल में एसपी सिटी कार्यालय में मामले का खुलासा किया.
पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने बच्चे का अपहरण भीख मंगवाने और भविष्य में बेचने के लिए किया था. मामले की ज्यादा जानकारी देते हुए एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने बताया कि बीती 9 अप्रैल को नीतू निवासी निवासी जिला बांका बिहार ने हरिद्वार नगर कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई थी.
रिपोर्ट में नीतू ने बताया था कि वो अपने बच्चे को नाई घाट पर छोड़कर खाना लेने गई थी, लेकिन जब वो वापस लौटी तो उनका एक साल का बच्चा गायब था. मामले को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी ने तत्काल कई टीमों का गठन किया और बच्चों को ढूंढने में लगाया.
पुलिस ने जब घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो उन्हें एक व्यक्ति बच्चे को ले जाता हुआ दिखाई दिया. आरोपी की तलाश में पुलिस टीमों को मुजफ्फरनगर, सहारनपुर और रुड़की भेजा गया. साथ ही गुमशुदा बालक और संदिग्ध की फोटो सोशल मीडिया और अन्य जगहों पर जारी की.
इसी बीच 12 अप्रैल को पुलिस को सूचना मिली कि कलियर रूड़की रोड पर होटल कैनाल व्यू के पास गुमशुदा बालक और आरोपी देवेंद्र एक महिला के साथ देखा गया है, जिसके बाद पुलिस ने तत्काल दोनों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने बच्चे को परिजनों के सुपुर्द कर दिया है.
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वो बच्चे का भिक्षावृत्ति में इस्तेमाल करते है और बाद में उसे बेच भी देते है. आरोपी देवेंद्र जिला मुजफ्फरनगर उतर प्रदेश का रहने वाला है. वहीं उसके साथ पकड़ी गई महिला रिश्ते में उसकी भाभी लगती है, जो प्रतापुर मेरठ यूपी की रहने वाली है.
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