बीजापुर : छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियान चलाया जा रहा है. जिसका असर भी देखने को मिल रहा है.नक्सली मुख्य धारा में जुड़ने के लिए खुद सामने आ रहे हैं. वहीं जो नक्सली अब भी जंगलों के अंदर साजिश रच रहे हैं उनके खिलाफ फोर्स दूसरी रणनीति अपना रही है. प्रदेश में आओ नहीं तो जाओ की नीति के तहत फोर्स ने नक्सलियों से निपटने की पूरी तैयारी कर रही है.इसके लिए फोर्स जंगलों में उतरकर कठिन से कठिन ऑपरेशन को अंजाम दे रही है. पिछले हफ्ते ऑपरेशन जल शक्ति के तहत आठ नक्सलियों को फोर्स ने ढेर किया है.वहीं अब बीजापुर और गंगालूर थाना क्षेत्र में डीआरजी को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है.
मेटापाल क्षेत्र से नक्सली गिरफ्तार : डीआरजी बीजापुर और गंगालूर थाना बल ने मेटापाल क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन चलाया था. अभियान के दौरान मेटापाल से 02 जन मिलिशिया सदस्यों को गिरफ्तार किया गया. जिनका नाम कमलू पूनेम उम्र 30 वर्ष और गोपाल पूनेम उम्र 35 वर्ष है. जिन नक्सलियों को पुलिस ने अरेस्ट किया है उनमें कमलू पूनेम 08 फरवरी 2014 के पुसनार ग्रामीण के अपहरण एवं हत्या की घटना में शामिल था. वहीं गोपाल पूनेम दिनांक 12 फरवरी 2012 गंगालूर- मंझारपारा कच्ची रोड पर पुलिस पार्टी को क्षति पहुचाने के लिए IED प्लांट करने की घटना में शामिल था.
बंद का नहीं दिखा असर : पकड़े गए नक्सलियों के विरूद्ध थाना गंगालूर में 01-01 स्थाई वारंट लंबित है. जिन्हें थाने में कार्रवाई के बाद कोर्ट में पेश किया गया है.आपको बता दें कि पुलिस के एक्शन का नक्सलियों पर बड़ा असर हो रहा है.जिससे नक्सली पीछे हट रहे हैं. नक्सलियों के खिलाफ लगातार हो रहे ऑपरेशन के कारण धुर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के ग्रामीणों को राहत मिल रही है.वहीं जिस तरह से नक्सली बंद का आह्वान कर रहे हैं,उसमें भी कोई खास असर नहीं देखने को मिल रहा है.इसी का नतीजा है कि बंद के दौरान ही फोर्स ने सर्च ऑपरेशन चलाकर दो नक्सलियों को अरेस्ट किया है. नक्सल प्रभावित क्षेत्रों को सभी थाना और कैम्प क्षेत्र में सुरक्षा बल मुस्तैदी से तैनात हैं. साप्ताहिक बाजार, रोजमर्रा की दुकानें सभी स्थानों पर खुली रहीं.बंद के आह्वान के बाद भी किसी भी तरह की कोई बाधा नहीं हुई.