पटना: बिहार विधानसभा में पिछले दो दिनों से सरकारी स्कूलों की टाइमिंग में सुधार को लेकर हंगामा बरपा हुआ है. पक्ष और विपक्ष के विरोध के बाद नीतीश कुमार केके पाठक के बचाव में उतर आए. यह देखते ही आज गुरुवार को पूर्व मंत्री जदयू नेता अशोक चौधरी और विधायक गोपाल मंडल केके पाठक के बचाव में आ गये. वहीं दूसरी ओर एसीएस केके पाठक के खिलाफ मुजफ्फरपुर कोर्ट में परिवाद दायर किया गया है.
सीएम के बाद जदयू के दो नेता बचाव में उतरे: जदयू नेता अशोक चौधरी ने कहा कि "आप शिक्षक हित की अगर बात कीजिएगा तो फिर बिहार में शिक्षा व्यवस्था नहीं सुधरेगा. केके पाठक जो काम कर रहे हैं, उससे शिक्षा व्यवस्था में सुधार होगा. गांव-देहात के लोग भी मान रहे हैं कि केके पाठक के आने के बाद अब शिक्षक विद्यालय आने लगे हैं और पढ़ाई होने लगी है." इन सब बातों को भी आपको ध्यान रखना होगा. उन्होंने कहा कि विधान परिषद में जो चर्चाएं चली उसे पर सभापति ने संज्ञान लिया है.
'केके पाठक गाली नहीं, शिक्षकों को सुधार रहे': जेडीयू के बड़बोले विधायक गोपाल मंडल ने कहा कि "केके पाठक अच्छे आदमी है. वे गाली नहीं दे रहे, शिक्षकों को सुधार रहे हैं. मुख्यमंत्री की बात कोई नकार नहीं सकते है. केके पाठक समय में बदलाव करेंगे. स्कूल सुबह 10 बजे से 4 बजे तक ही चलेगा. विपक्ष कुछ भी बोले मेरे सामने कोई गिनती है."
सीएम की बात क्यों नहीं सुन रहे केके पाठक! : दोनों सदनों में आज केके पाठक के कार्य शैली को लेकर विपक्षी सदस्यों ने फिर से जमकर हंगामा किया है. कल मुख्यमंत्री ने विद्यालय का समय 10 से 4 बजे तक करने की बात कही थी, लेकिन के के पाठक ने इसको लेकर कोई पत्र जारी नहीं किया है. इसको लेकर आज दोनों सदन में जमकर हंगामा हुआ है.
केके पाठक ने किया था समय में बदलावः आपको बता दें कि पिछले महीने ही केके पाठक ने स्कूल के समय में बदलाव किया था. उन्होंने सरकारी स्कूल के शिक्षकों को सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक स्कूल में रहने का आदेश जारी किया था. इसे लकेर राज्यभर में शिक्षकों ने विरोध जताया था. इस मुद्दे को लेकर विधानसभा में भी विपक्षी नेताओं ने उठाया था, इस पर नीतीश कुमार ने कल ही केके पाठक से बात करने का आश्वासन दिया था, लेकिन कल मंगलवार को केके पाठक ने एक और पत्र जारी कर कहा कि स्कूल की टाइमिंग 5 बजे तक ही रहेगी. जिसे लेकर सदन में आज भी हंगामा हुआ.
ये भी पढ़ें
मुजफ्फरपुर कोर्ट में केके पाठक के खिलाफ फिर परिवाद दायर, जानें क्या है मामला?
'ये कैसा ईमानदार अधिकारी है जो आपकी भी नहीं सुनता' राबड़ी देवी का नीतीश कुमार पर हमला
'पागल हो गए, रांची या आगरा भेजा जाए...' केके पाठक पर भड़के जेडीयू MLC गुलाम गौस