बगहा : बिहार के इंडो-नेपाल सीमा के पास वाल्मीकिनगर गंडक बराज पर दो शव नदी में बहते हुए मिले. नेपाल पुलिस ने इन दोनों शवों का रेस्क्यू किया है. जिसके बाद इसकी पहचान की जाएगी. आशंका जताई जा रही है की 12 जुलाई को लैंड स्लाइड के कारण त्रिशूली नदी में गिरी बस में सवार यात्रियों का शव बहकर यहां पहुंचा है.
गंडक बराज में 2 शव मिले : बता दें कि नेपाल में 12 जुलाई की सुबह भूस्खलन के कारण नारायणगढ़-मुग्लिन सड़क मार्ग पर दो बसें त्रिशूली नदी में गिरकर बह गईं. इस घटना में तकरीबन 60 यात्रियों के नदी में बह जाने की आशंका जताई गई है. इसी क्रम में रविवार की शाम वाल्मीकिनगर गंडक बराज नियंत्रण कक्ष से सटे एच गेट के पास गंडक नदी में दो शव देखे गए. इन शवों का रेस्क्यू नेपाल पुलिस ने किया. आशंका जताई जा रही है की ये दोनों शव किसी बस यात्री के ही होंगे.
नेपाल बस हादसे के यात्रियों के शव होने की आशंका : गौरतलब है कि शुक्रवार को तड़के 3.30 बजे दो बसें त्रिशूली नदी में गिर गईं थी. इसमें से एक बस बीरगंज से काठमांडू और दूसरी बस काठमांडू से गौर जा रही थी. इस घटना में दो लोग बस से कूदकर बाहर आ गए थे, जबकि 60 लोग नदी की तेज धारा में बह गए. जिसके बाद से चितवन जिला के अधिकारी शवों की तलाश और रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे थे. लेकिन रविवार को गंडक बराज के फाटक संख्या 5 और 6 के पास दो शवों को पानी में बहते देख लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी.
शवों की कराई जा रही शिनाख्त : शव देखे जाने के बाद इसकी सूचना त्रिवेणी पोस्ट पर तैनात नेपाल एपीएफ को दी गई. नेपाल पुलिस के जवान सूचना के बाद मौके पर पहुंचे और दोनों शवों को नदी से बाहर निकाला. नेपाल एपीएफ द्वारा शवों का रेस्क्यू कर उनकी पहचान कराई जाएगी. इस घटना में 7 भारतीय यात्रियों के भी लापता या मौत होने की सूचना है. जिसमें मोतिहारी और शिवहर के लोग शामिल थे.
नेपाल बस हादसे में भारत के 7 नागरिक : मोतिहारी के हीरामनी मठिया गांव के वार्ड नंबर 7 निवासी आबिद हुसैन और उनकी पत्नी भी इसी बस में सवार थे जिनके परिजन घटना के बाद से त्रिवेणी स्थित नेपाल पुलिस के संपर्क में हैं. दोनों शवों की पहचान के बाद ही नेपाल पुलिस कुछ कह पाने की स्थिति में है.
ये भी पढ़ें-