बिलासपुर: चकरभाठा थाना इलाके में खदाननुमा तालाब में डूबने से दो बच्चों की मौत हो गई. दोनों बच्चे शादी समारोह में शामिल होने के लिए अपने रिश्तेदार के घर पर आए थे. बच्चों की मौत की खबर मिलते ही खुशियों के घर में मातम फैल गया. परिजनों के मुताबिक बच्चे अपने मामा के यहां शादी में आए हुए थे. परिवार के लोग जब घर के काम में बिजी थे. दोनों बच्चे खलते खेलते तालाब तक चले गए. तालाब में नहाने के दौरान दोनों गहरे पानी में डूब गए. परिजनों ने जब बच्चों को खोजा तब उनका शव तालाब से बरामद हुआ.
बेलटुकरी के रहने वाले संदिप निर्मलकर खेती किसानी का काम करते हैं. 20 फरवरी को वह अपने साले प्रदीप की शादी में शामिल होने परिवार सहित नगर पंचायत बोदरी के वार्ड क्रमांक 3 में आए थे. जिन बच्चों की तालाब में डूबने से मौत हुई उसमें कुलदीप निर्मालकर क्लास दूसरी का छात्र था जिसकी उम्र 12 साल थी. दूसरे बच्चे का नाम सुशांत निर्मलकर थी उसकी उम्र पांच साल थी. - अभय सिंह बैस, थाना प्रभारी, चकरभाठा
डूबने से गई दो बच्चों की जान: बच्चों के शव तालाब से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया गया. परिवार के लोग और पूरा गांव बच्चों की मौत के बाद से गम में डूबा है. परिवार के लोगों का का कहना है कि सभी लोग शादी के कार्यक्रम में बिजी थी. बच्चे बिना बताए तालाब के पास चले गए. लोगों को जबतक मालूम होता तबतक अनहोनी घट चुकी थी. दो सगे भाईयों की मौत के बाद से पूरा परिवार गम में डूब गया है.
मुरुण खदान हैं हादसों की असली वजह: इलाके में बड़े पैमाने पर मुरुम मिट्टी की खुदाई अवैध तरीके से होती है. खुदाई करने वाले गहरा गड्ढा खोदकर मुरुम निकाल लेते हैं. बारिश के वक्त उन गड्ढों में पानी भर जाता है. अक्सर छोटे बच्चे नहाने और खेलने के दौरान इनके पास चले जाते हैं. बच्चों के परिजन अगर सतर्क रहें तो ऐसे हादसों से बचा जा सकता है.