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आदिवासी बालक आश्रम में तेईस बच्चे बेहोश, झाड़फूंक के बाद पहुंचे अस्पताल

बीजापुर के बालक आदिवासी आश्रम शाला में प्रार्थना के बाद कई बच्चे चक्कर खाकर गिर पड़े.जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

Twenty three children fainted
आदिवासी बालक आश्रम में तेईस बच्चे बेहोश (ETV BHARAT CHHATTISGARH)
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Nov 30, 2024, 4:03 PM IST

बीजापुर : बीजापुर में शुक्रवार देर शाम भोपालपटनम स्थित बालक आश्रम शाला में 23 बच्चे अचानक बीमार पड़ गए. जिससे पूरे आश्रम में हड़कंप मच गया. यह घटना उस समय घटी जब बच्चों ने शाम के समय प्रार्थना की थी. अचानक से पांच-छह बच्चे चक्कर खाकर गिर पड़े. देखते ही देखते बाकी बच्चे भी चक्कर गिरने लगे.

स्थिति बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती : बच्चों की माने तो वो शाम को प्रार्थना के लिए इकट्ठा हुए थे.इसी दौरान कई बच्चे चक्कर खाकर गिरने लगे.सुबह खाने में सिर्फ दाल चावल ही खाया था. वहीं आश्रम अधीक्षक ने पहले तो घटना को सामान्य माना.लेकिन जब रात होते तक कई बच्चों ने सिरदर्द की शिकायत दर्ज करवाई तो स्थिति बिगड़ने लगी.इसके बाद हॉस्टल अधीक्षक ने बच्चों को नजदीकी अस्पताल पहुंचाया. जहां बच्चों का इलाज शुरु किया गया.

Twenty three children fainted
आदिवासी बालक आश्रम में तेईस बच्चे बेहोश (ETV BHARAT CHHATTISGARH)

तेईस बच्चों को सिरदर्द और तेज चक्कर की शिकायत थी.जिसके बाद बच्चों को प्राथमिक इलाज देने के बाद तुरंत अस्पताल लाया गया है.बच्चों ने सुबह दाल चावल ही खाया था.इसके बाद शाम को कुछ नहीं खाया.इमरजेंसी में बच्चों को एंबुलेंस ना मिलने के कारण पिकअप की मदद से अस्पताल पहुंचाया गया है.सभी की हालत स्थिर है- अनिल,हॉस्टल अधीक्षक

बच्चों किसी और चीज का डर : ग्रामीण और आदिवासी इलाका होने के कारण बच्चों के अंदर डर बैठ गया है. कई बच्चों का कहना है कि अदृश्य शक्तियों के कारण एक साथ कई बच्चों की तबीयत बिगड़ी है. इसी वजह से अधीक्षक ने बच्चों के इलाज के साथ-साथ झाड़-फूंक भी करवाया. वहीं डॉक्टरों की टीम ने बच्चों का त्वरित इलाज किया.जिससे उनकी हालत पहले से बेहतर है.

आदिवासी बालक आश्रम में तेईस बच्चे बेहोश (ETV BHARAT CHHATTISGARH)

बच्चों के चक्कर आने का कारण हिस्टेरिया और डर हो सकता है.अस्पताल में इलाज के बाद बच्चों की स्थिति अब स्थिर है, और सभी बच्चे स्वस्थ हैं- डॉक्टर

डॉक्टरों ने किसी प्रकार के भूत-प्रेत या अदृश्य शक्तियों की कोई पुष्टि नहीं की है. फिलहाल सभी बच्चों की हालत नियंत्रण में है.सभी बच्चों को स्वास्थ्य ठीक बताया गया है.वहीं स्थानीय प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है.इसके लिए बच्चों के ब्लड सैंपल भी लिए गए हैं.रिपोर्ट आने के बाद इस बात की पुष्टि होगी कि इतनी ज्यादा संख्या में बच्चों को चक्कर क्यों आया.

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स्थिति बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती : बच्चों की माने तो वो शाम को प्रार्थना के लिए इकट्ठा हुए थे.इसी दौरान कई बच्चे चक्कर खाकर गिरने लगे.सुबह खाने में सिर्फ दाल चावल ही खाया था. वहीं आश्रम अधीक्षक ने पहले तो घटना को सामान्य माना.लेकिन जब रात होते तक कई बच्चों ने सिरदर्द की शिकायत दर्ज करवाई तो स्थिति बिगड़ने लगी.इसके बाद हॉस्टल अधीक्षक ने बच्चों को नजदीकी अस्पताल पहुंचाया. जहां बच्चों का इलाज शुरु किया गया.

Twenty three children fainted
आदिवासी बालक आश्रम में तेईस बच्चे बेहोश (ETV BHARAT CHHATTISGARH)

तेईस बच्चों को सिरदर्द और तेज चक्कर की शिकायत थी.जिसके बाद बच्चों को प्राथमिक इलाज देने के बाद तुरंत अस्पताल लाया गया है.बच्चों ने सुबह दाल चावल ही खाया था.इसके बाद शाम को कुछ नहीं खाया.इमरजेंसी में बच्चों को एंबुलेंस ना मिलने के कारण पिकअप की मदद से अस्पताल पहुंचाया गया है.सभी की हालत स्थिर है- अनिल,हॉस्टल अधीक्षक

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आदिवासी बालक आश्रम में तेईस बच्चे बेहोश (ETV BHARAT CHHATTISGARH)

बच्चों के चक्कर आने का कारण हिस्टेरिया और डर हो सकता है.अस्पताल में इलाज के बाद बच्चों की स्थिति अब स्थिर है, और सभी बच्चे स्वस्थ हैं- डॉक्टर

डॉक्टरों ने किसी प्रकार के भूत-प्रेत या अदृश्य शक्तियों की कोई पुष्टि नहीं की है. फिलहाल सभी बच्चों की हालत नियंत्रण में है.सभी बच्चों को स्वास्थ्य ठीक बताया गया है.वहीं स्थानीय प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है.इसके लिए बच्चों के ब्लड सैंपल भी लिए गए हैं.रिपोर्ट आने के बाद इस बात की पुष्टि होगी कि इतनी ज्यादा संख्या में बच्चों को चक्कर क्यों आया.

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