गयाः बिहार के गया में एक बार फिर मोर्टार गोला ब्लास्ट की घटना सामने आयी है. इसमें 12 साल का बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया है. उसका इलाज अस्पताल में किया जा रहा है. घटना जिले के बाराचट्टी थाना अंतर्गत सेवई गांव के टोला डुमरावां में मंगलवार की है. इससे पहले बीती रात को गूलरवेद गांव में बाबूलाल मांझी के घर में भी फायरिंग का मोर्टार का गोला गिरा था. घर का करकट क्षतिग्रस्त हो गया था.
प्रशिक्षण केंद्र से उड़कर बाहर गिरा गोलाः गौरतलब हो कि बाराचट्टी के बुमेर पंचायत में सेना और विभिन्न सुरक्षा बलों की कंपनियों का प्रशिक्षण सेंटर है. यहां फायरिंग होती रहती है. ऐसा कई बार हुआ जब इस तरह की घटनाएं सामने आती है. कई बार तो स्थानीय लोग गोली से घायल हो गए हैं. इस बार खतरनाक मोर्टार का गोला से एक बच्चा गंभीर रूप से जख्मी हो गया. बताया जा रहा है कि यह मोर्टार का गोला पूरी तरह से ब्लास्ट नहीं हुआ था. बच्चा इसे उठाकर घर ले आया था जिसपर हथौड़ा से वार किया तो ब्लास्ट हो गया.
सुरक्षा बलों पर उठाए सवालः घायल बच्चे की पहचान सूरज कुमार(12) पिता बुतार मांझी सेवई डुमरावां टोला निवासी के रूप में हुई है. वर्षीय बालक गंभीर रूप से घायल हो गया. उसे शरीर में 8-9 स्थान पर छर्रे लगे हैं. विस्फोट होते ही गांव में अफरातफरी का माहौल हो गया. तुरंत इसकी जानकारी स्थानीय मुखिया संजीव कुमार को दी गई. मौके पर पहुंचे लोगों ने बच्चा को बाराचट्टी के अस्पताल में भर्ती कराया. स्थानीय मुखिया संजीव कुमार ने बताया कि इस तरह की घटना लगातार होती रहती है. सुरक्षा बलों और स्थानीय प्रशासन को इसका जिम्मा लेना चाहिए.
"29 जुलाई से सीआरपीएफ आरटीसी राजगीर की ब्रिगेड का प्रशिक्षण फायर चल रहा है. मंगलवार की सुबह एक बालक हथौड़े से वेस्टेज बम को तोड़ रहा था. इस दौरान ब्लास्ट हो गया. गंभीर रूप से घायल हो गया है. वेस्टेज चुनना और मिस बम को भी कैरी करना संबंधित सेना अधिकारी या अर्धसैनिक बलों के अधिकारी की जिम्मेदारी होती है लेकिन इसका पालन नहीं किया जाता है. नतीजतन इस तरह की घटनाएं हो रही है." -संजीव कुमार, मुखिया बुमेर पंचायत, बाराचट्टी
महंगे दाम में बिकते हैं इसके खोखेः मुखिया ने बताया कि मोर्टार के गोला का वेस्टेज पार्ट महंगा बिकता है. इसलिए बच्चे इसे चुनकर ले आते हैं. लालच में गरीब बच्चे इस तरह की घटना का शिकार हो जाते हैं. हम लोगों के द्वारा जागरूकता अभियान भी चलाया जाता है लेकिन असल जिम्मेदारी फायरिंग करने वाली सेना या सुरक्षा बल की टीम पर होनी चाहिए. क्योंकि इलाके के लोग काफी पिछड़े हैं और वह गरीबी के बीच वेस्टेज मोर्टार के गोले आदि चीजों को चुनकर घर ले आते हैं और बेचते हैं.
क्या है मोर्टार? मोर्टार एक मानव-पोर्टेबल तोप होता है. इसका इस्तेमाल आमतौर पर गोला फायर में किया जाता है. यह छोटा मिसाइल की तरह दिखता है. इसे जमीन पर स्टैंड के माध्यम से खड़ा कर चलाया जाता है या फिर कंधे पर रखकर फायर किया जाता है. एक तरह से यह बम होता है जिसे दुश्मनों को ज्यादा क्षति पहुंचाने के लिए फायर किया जाता है. सेना में बॉर्डर पर इसका ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है. दूर से ही दुश्मनों की टुकड़ियों पर हमला किया जा सकता है.
कितना खतरनाक होता है मोर्टारः यह बहुत ज्यादा विस्फोटक होता है. एक बार में दुश्मनों की टुकड़ियों को नष्ट कर सकता है. इससे बड़े बड़े गोला दागे जाते हैं. एक साथ कई दुश्मनों को खत्म किया जा सकता है. इसके साथ ही छोटा छोटा कैंप को भी इससे नष्ट किया जा सकता है.