जयपुर. हर घर नल से जल पहुंचाने की केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना जल जीवन मिशन में करोड़ों रुपए के घोटाले के आरोप को लेकर अब पूर्व पीएचईडी मंत्री महेश जोशी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. इस मामले में ईडी ने नोटिस देकर महेश जोशी को पूछताछ के लिए बुलाया है. उनसे आज ईडी के जयपुर आफिस में पूछताछ की जाएगी. उन्हें आज पूछताछ के लिए बुलाया है. दरअसल, पूर्व मंत्री महेश जोशी के करीबी संजय बड़ाया को भी ईडी ने नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया था. संजय बड़ाया से ईडी के अधिकारी शुक्रवार से पूछताछ कर रहे हैं. अब ऐसे में बताया जा रहा है कि संजय बड़ाया से पूछताछ में ईडी को मिले अहम सुराग के आधार पर ईडी ने पूर्व मंत्री महेश जोशी को नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुलाया है.
दरअसल, इस साल की शुरुआत में 16 जनवरी को ईडी ने पूर्व मंत्री महेश जोशी और उनके करीबियों के ठिकानों पर छापेमारी की थी. जयपुर और बांसवाड़ा में पीएचईडी के पांच अधिकारियों और ठेकेदार भी शामिल हैं. इनके अलावा एक प्रोपर्टी डीलर के ठिकाने पर भी तलाशी ली गई थी. इसी मामले को लेकर अब ईडी पूछताछ कर रही है. बताया जा रहा है कि महेश जोशी के पीएचईडी मंत्री रहते जारी किए गए टेंडर, वर्क ऑर्डर, ठेकेदारों से अधिकारियों द्वारा लिए गए कमीशन और वित्तीय लेन-देन को लेकर ईडी पूछताछ कर सकती है.
नकदी और सोना किया था जब्त : जल जीवन मिशन में हजारों करोड़ रुपए के घोटाले के आरोप विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा नेता डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने लगाए थे. इसके बाद एसीएस डॉ. सुबोध अग्रवाल के साथ ही महेश जोशी के ओएसडी संजय, पीएचईडी अधिकारी सुधांशु दीक्षित, दिनेश गोयल, केडी गुप्ता सहित अन्य अधिकारियों और ठेकेदारों के आवास पर तलाशी ली गई थी. इस दौरान करीब 11 करोड़ की नकदी और सोना ईडी ने जब्त किया था.
विधानसभा चुनाव के बाद थी भाजपा में जाने की चर्चा : पूर्व मंत्री महेश जोशी को इस बार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने टिकट नहीं दिया था. इस चुनाव में कांग्रेस की सरकार की विदाई के बाद से चर्चा चल पड़ी कि महेश जोशी कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो सकते हैं. हालांकि, महेश जोशी ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी. अब लोकसभा चुनाव से ठीक पहले ईडी ने महेश जोशी पर एक बार फिर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है.
अशोक गहलोत उठा चुके जांच एजेंसियों पर सवाल : विधानसभा चुनाव से पहले ईडी और आयकर विभाग के सर्च अभियान हो या लोकसभा चुनाव से पहले नेताओं का कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जाने का मामला. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित तमाम कांग्रेस नेता केंद्र सरकार पर जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगा चुके हैं. हाल ही में जब लालचंद कटारिया, रिछपाल मिर्धा सहित कई नेता कांग्रेस में शामिल हुए तब भी जांच एजेंसियों की कार्रवाई पर सवाल उठा था.