अल्मोड़ा: आज पुलवामा हमले की 5वीं बरसी है. पूरे देश में बलिदानियों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी गई है. इसी क्रम में उत्तराखंड के विभिन्न जिलों में पुलवामा में शहीद हुए शहीदों को याद किया गया और श्रद्धांजलि अर्पित की गई. 14 फरवरी 2019 को पुलवामा में सीआरपीएफ के 40 जवानों ने देश के लिए अपना बलिदान दिया था.
पुलवामा हमले में 40 जवानों ने दिया था बलिदान: बता दें कि अल्मोड़ा के चौघानपाटा स्थित गांधी पार्क में एकत्रित होकर एसएसबी, आईटीबीपी के जवानों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने पुलवामा हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के 40 जवानों को याद किया. एसएसबी के जवानों ने बैंड वादन कर देश भक्ति गीतों की धुन बजाकर पुलवामा में बलिदान देने वाले सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की.
बलिदानियों को शहीद का दर्जा देने की उठी मांग: पूर्व अर्धसैनिक बल के कुमाऊं मंडल अध्यक्ष मनोहर सिंह नेगी ने कहा कि सीआरपीएफ के 40 जवानों ने देश के लिए अपने प्राणों को आहुति दी थी, जिसे देश कभी नहीं भूल सकता है, लेकिन अभी तक बलिदानियों को शहीद का दर्जा नहीं दिया गया. वह भी शहीद कहलाने के हकदार हैं. उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि अर्धसैनिक बलों के जवानों को भी वह सभी सुविधाएं दी जानी चाहिए, जो भारतीय सेना के जवानों को दी जाती हैं.
आतंकियों ने बड़ी आतंकी वारदात को दिया था अंजाम: 14 फरवरी वो काला दिन है, जब जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर के पुलवामा में आतंकियों ने बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम दिया था. इस घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था. जिसमें देश के 40 जवान शहीद हो गए थे.
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