रायपुर : छत्तीसगढ़ विधानसभा मानसून सत्र का शुक्रवार को अंतिम दिन है. शुक्रवार को सदन की कार्रवाई की शुरुआत दिवंगत पूर्व विधायक विजय सिंह को श्रद्धांजलि देने के साथ शुरू हुई.विजय सिंह का निधन 17 जुलाई को हो गया था जबकि सदन की बैठक 22 जुलाई से शुरू हुई थी. ऐसे में उनके निधन की सूचना समय पर नहीं दिए जाने को लेकर बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर ने आपत्ति की. वहीं नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर चरणदास महंत ने भी जिला प्रशासन की तरफ से सदन को समय पर सूचना ना दिए जाने पर एतराज जताया है. इसके साथ ही विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर रमन सिंह ने सांसदों और विधायकों के निधन की सूचना समय पर विधानसभा सचिवालय को ना भेजे जाने को लेकर नाराजगी जाहिर की है.इस दौरान समय पर सूचना प्रेषित करने करने लिए विधानसभा अध्यक्ष ने निर्देशित किया.
सत्र के अंतिम दिन सूचना मिलना गंभीर त्रुटि : छत्तीसगढ़ विधानसभा की कार्रवाई शुरू होते हैं विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने मनेंद्रगढ़ के पूर्व विधायक एवं कांग्रेस नेता विजय सिंह के निधन की सूचना दी. नेता प्रतिपक्ष डॉ चरणदास महंत, उपमुख्यमंत्री और सदस्यों ने भी श्रद्धांजलि दी. इस दौरान भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की. साथ ही उन्होंने इस प्रशासनिक त्रुटि का उल्लेख किया.चंद्राकर ने कहा कि विजय सिंह का निधन 17 जुलाई को हुआ था. सत्र के अंतिम दिन सूचना मिलना यह गंभीर त्रुटि है.
नेता प्रतिपक्ष भी हुए नाराज : वहीं नेता प्रतिपक्ष डॉ चरण दास महंत ने भी इसे गंभीर चूक माना है. महंत ने विधानसभा अध्यक्ष से इसे लेकर निर्देश देने का अनुरोध भी किया. इस बीच विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने भी इसे गंभीरता से लेते हुए नाराजगी जाहिर की. डॉ रमन ने इस मामले में शासन को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए. साथ ही कहा कि सामान्य प्रशासन को निर्देश पहले से जारी है. कलेक्टर को अभिलंब सूचना भेजना चाहिए था.काफी विलंब से विधानसभा को सूचना दी गई. यह अत्यंत चिंताजनक है.
कौन थे विजय सिंह ?: बता दें कि दिवंगत विधायक विजय सिंह 1980 से 90 तक मध्य प्रदेश विधानसभा के कांग्रेस सदस्य रहे. विजय सिंह ने पंच से राजनीतिक कैरियर की शुरुआत की, और फिर सरपंच बने. बाद में जनपद अध्यक्ष निर्वाचित हुए, विजय सिंह दिग्गज कांग्रेसी नेता अर्जुन सिंह और मोतीलाल बोरा के करीबी रहे हैं.