श्रीनगर: हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय में स्वर्गीय हेमवती नंदन बहुगुणा की 105वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई. इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपित प्रो आर.सी भट्ट समेत तमाम लोगों ने हेमवती नंदन बहुगुणा की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और पुष्पाजंलि अर्पित की. इसके बाद बिड़ला परिसर के एसीएल सभागार में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
बता दें कि उत्तप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और भारत सरकार में कैबिनेट मंत्री जैसे अहम पदों पर रहने वाले पहाड़ के बेटे स्वर्गीय हेमवती नंदन बहुगुणा का नाम स्वतंत्रता सेनानी और भारतीय राजनीति के शिखर व्यक्तित्व के रूप में भी जाना जाता है. उनके साथ लंबे समय तक रहने वाले श्रीनगर नगरपालिका के भूतपूर्व नगरपालिका अध्यक्ष कृष्णानंद मैठाणी ने उनके जीवन और उनके साथ जुड़ी स्मृतियों को लेकर विस्तृत व्याख्यान दिया. उन्होंने कहा कि हेमवती नंदन बहुगुणा का व्यक्तित्व उच्च आदर्शवादी था. वे समाजवादी थे और सत्य और निष्ठा से समाज के प्रत्येक व्यक्ति की चिंता करते थे.
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहीं प्रोफेसर हिमाशुं बोड़ाई ने कहा कि बहुगुणा गांधीवादी, लेनिनवादी और समाजवादी नेता थे. उनके जैसा चरित्र राजनीति में कभी नहीं दिखाई दिया है. उन्होंने पहाड़ की प्रत्येक समस्या को राष्ट्रीय मंच दिया और उनके प्रयासों से ही आज उतराखंड में गढ़वाल विश्वविद्यालय जैसे शिक्षा के केन्द्रीय संस्थान स्थापित हैं.
वहीं, कार्यक्रम के संयोजक प्रोफेसर महावीर सिंह नेगी ने भी बहुगुणा के राजनीतिक जीवन और सामाजिक योगदान को याद करते हुए कहा कि बहुगुणा राजनीति के आदर्श हैं, जिन्होंने दलगत राजनीति से ऊपर उठकर समाज के प्रति अपनी भूमिका निभाई और गरीब असहाय लोगों की आवाज उठाकर समाजसेवा की दिशा में अहम प्रयास किए. उन्होंने कहा कि बहुगुणा ने पहाडों में शिक्षा के क्षेत्र में विशेष योगदान दिया है.
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