सरगुजा : मैनपाट अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है.यहां के सौंदर्य के दर्शन कराने के लिए सरकार और प्रशासन ने कई तरह के सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं.लेकिन अब भी इस क्षेत्र में ऐसे कई गांव जो अंधविश्वास के मायाजाल में फंसे हुए हैं.अंधविश्वास के कारण ही कई बार लोगों की जान पर बन आती है.ताजा घटना में एक युवक की जान अंधविश्वास के कारण जाते जाते बची है.
क्या है मामला ?: मैनपाट के सुपलगा गांव में अजीबो गरीब तस्वीर सामने आई. जहां मंगलवार दोपहर में एक युवक मवेशी चराने गया था. अचानक बारिश शुरू होने के बाद युवक बनवारी पेड़ के नीचे भींगने से बचने चला गया. इसी दौरान पास में आकाशीय बिजली गिरी.जिसकी चपेट में युवक आ गया.युवक की कमर पर झटका लगा जिससे वो मौके पर ही बेहोश हो गया.
गोबर में गाड़कर युवक का इलाज : जैसे ही युवक के परिजनों को इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने युवक को घर लाकर उसे गोबर के अंदर गाड़ दिया.इसके बाद देसी तरीके से उसका इलाज करने लगे.लेकिन गांव के कुछ जागरुक लोगों ने इसकी जानकारी 112 को दे दी.112 की टीम ने युवक को गोबर से बाहर निकाला और नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया. जहां डॉक्टर युवक का इलाज करने में जुटे हैं.फिलहाल युवक की हालत खतरे से बाहर है.
ईटीवी भारत की टीम ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर से इस बारे में बात की. डॉक्टर ने जानकारी दी कि मैनपाट के सुपलगा गांव में एक युवक आकाशीय बिजली के चपेट में आ गया था. जिसे अस्पताल लाया गया पहले जब अस्पताल लाया गया था तो स्थिति गंभीर थी लेकिन अब हालत पहले से बेहतर है. हमारी अपील है कि अगर कोई भी व्यक्ति इस तरह आकाशीय बिजली के चपेट में आए तो फौरन अस्पताल लाएं अंधविश्वास के चक्कर में न फंसे.
जब युवक को अस्पताल लाया गया था तो युवक गोबर से सराबोर था. हमें भी जानकारी मिली कि युवक को परिजनों ने अंधविश्वास के कारण गोबर में गाड़ दिया था. बिल्कुल भी ऐसा ना करें अस्पताल लाएं- सतेश्वर पैकरा,डॉक्टर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र
आज भी कई गांवों में जागरुकता की कमी है.यहीं वजह है कि लोग अंधविश्वास के शिकार हो रहे हैं. बरसात के समय सावधानी बरतनी चाहिए. पेड़ के नीचे खड़े होने से बचना चाहिए.क्योंकि ज्यादातर मामलों में पेड़ के नीचे बचने के लिए खड़े हुए लोग ही बिजली की चपेट में आते हैं.