नई दिल्लीः दिल्ली सरकार में परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने रविवार को दिल्ली मेट्रो के ड्राइवर केबिन में सफर किया. सुरंग (टनल) के बीच से मेट्रो के चलने का उन्होंने वीडियो एक्स पर पोस्ट किया है. मंत्री कैलाश गहलोत ने इंजीनियरिंग की तारीफ की और इसे इंजीनियरिंग का बेहतर नमूना बताया.
आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली सरकार में मंत्री कैलाश गहलोत रविवार को सिविल लाइन स्थित मुख्यमंत्री आवास में आयोजित बैठक में शामिल होने के लिए गए थे. उन्होंने एक्स पर पोस्ट डालकर जानकारी दी है कि सिविल लाइन से उन्हें मेट्रो के ड्राइवर केबिन में सफर करने का मौका मिला. उन्होंने टनल का व्यू देखकर लिखा है कि यह इंजीनियरिंग का परफेक्ट उदाहरण है.
3 मई को डीएमआरसी के स्थापना दिवस के 30 साल पूरे हुए. दिल्ली के भारत मंडपम में बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया गया, लेकिन दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत को कार्यक्रम में नहीं बुलाया गया था. हालांकि उन्होंने रविवार को मेट्रो के ड्राइवर केबिन में सफर किया और टनल और मेट्रो के निर्माण में कमाल की इंजीनियरिंग की सराहना भी की.
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बता दें कि दिल्ली में 393 किमी का मेट्रो का नेटवर्क है. कई किलोमीटर की सुरंग बनी हुई हैं. ज्यादातर सुरंग दिल्ली के अंदर हैं. कुल 288 मेट्रो स्टेशन बने हैं. रोजाना दिल्ली मेट्रो में 62 से 65 लाख यात्री सफर करते हैं. दिल्ली मेट्रो एनसीआर की लाइफ लाइन बन चुकी है. क्योंकि मेट्रो से सही समय पर यात्री गंतव्य पर पहुंच पाते हैं. दिल्ली में सड़कों पर जाम के कारण कुछ मिनट का सफर तय करने में घंटो का वक्त लग जाता है.
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