कानपुर: शहर में सोमवार को व्यापारियों ने एकजुट होकर सर्वोदय नगर स्थित आरटीओ कार्यालय में जोरदार प्रदर्शन किया. भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने आरटीओ कार्यालय में पहुंचकर भ्रष्टाचार बंद करो के नारे लगाए. व्यापारियों का कहना था, विभागीय अफसरों ने जांच के नाम पर बहुत अधिक उत्पीड़न कर रखा है. सभी दस्तावेजों को दिखाने के बावजूद अफसरों द्वारा उगाही की जाती है. कहा कि उनकी ओर से लगातार इस तरह से विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा.
गलनभरी सर्दी के बीच नरेंद्र मोहन सेतु के ठीक नीचे इकट्ठा होकर व्यापारियों ने पहले आरटीओ कार्यालय तक मार्च निकाला, फिर कार्यालय के अंदर बैठकर जोरदार नारेबाजी की. व्यापारियों में मुख्य रूप से गुरजिंदर सिंह, व्यापारी नेता ज्ञानेश मिश्रा, शील शुक्ला, अब्दुल वहीद आदि उपस्थित रहे. व्यापारियों के साथ ही प्रदर्शन में लोकल सर्विस यूनियन के भी पदाधिकारी मौजूद रहे.
आरटीओ कार्यालय में जब व्यापारी पहुंचे थे तो उनके बीच शनिवार के एक मामले की चर्चा जोरों पर थी. व्यापारियों का कहना था कि आरटीओ अफसरों द्वारा जब कानपुर देहात के एक व्यापारी को बहुत अधिक परेशान किया गया, तो उसने आरटीओ कार्यालय में आकर अफसरों को जमकर खरी-खोटी सुनाई थी. इस पूरे मामले का वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था. हालांकि, मामले को लेकर एआरटीओ प्रशासन आलोक सिंह का कहना था व्यापारी को कुछ गलतफहमी हुई थी. कुछ देर हंगामा करने के बाद व्यापारी ने माफी मांग ली थी.
व्यापारियों के साथ ही मौजूद आमजन ने भी आरोप लगाया कि आरटीओ कार्यालय में विभागीय अफसर काम को टालते हैं. समय पर कोई काम नहीं होता है. जबकि अफसर इन बातों से पूरी तरह से बेफिक्र रहते हैं. व्यापारियों ने प्रदर्शन के दौरान नारे लगाते हुए मनमानी रोकने की मांग की.