जगदलपुर: मिनी नियाग्रा के नाम से मशहूर बस्तर का चित्रकोट जलप्रपात अपनी सुंदरता के लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध है. हर साल लाखों पर्यटक चित्रकोट जलप्रपात का दीदार करने के लिए यहां आते हैं. बीते सालों में चित्रकोट जलप्रपात को और सुंदर बनाने के लिए यहां लाइंटिंग की भी व्यवस्था की गई है. रात के वक्त यहां झरने से पानी के गिरने की आवाज और रोशनी में पानी की धारा चित्रकोट की सुंदरता को चार चांद लगा देता है. नए साल के आगमन से पहले और नए साल के स्वागत के लिए यहां बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं.
चित्रकोट का नहीं कर पाएंगे दीदार: नवंबर के तीसरे हफ्ते में अगर आप चित्रकोट का दीदार करने के लिए बस्तर आने वाले हैं तो फिर आपको बड़ी निराशा हाथ लगने वाली है. दरअसल 17 और 18 नवंबर को चित्रकोट जल प्रपात आम पर्यटकों और नागरिकों के लिए बंद रहेगा. इसके आदेश लोहंडीगुड़ा अनुविभागीय अधिकारी की ओर से जारी की गई है. दो दिनों तक चित्रकोट जल प्रपात बंद होने की खबर से पर्यटक भी काफी निराश हैं. गुलाबी सर्दियों में चित्रकोट आने वाले पर्यटकों की संख्या ज्यादा होती है. इस वक्त न तो ज्यादा सर्दी होती है न गर्मी.
बस्तर विकास प्राधिकरण की बैठक: दरअसल 18 नम्बर को चित्रकोट जलप्रपात के नजदीक बस्तर विकास प्राधिकरण की बैठक होगी. और यह बैठक 2 घंटे तक चलेगी. जिसे देखते हुए 17 और 18 नवंबर को चित्रकोट जलप्रपात बंद करने का आदेश जारी किया गया है. सोमवार को होने वाली 2 घण्टे की इस बैठक के लिए चित्रकोट जलप्रपात को बंद किया जा रहा है. यह सीजन बस्तर में पहुंचने वाले पर्यटकों के लिये काफी अनुकूल होता है. भारी संख्या में पर्यटक बस्तर पहुंचते हैं. रविवार छुट्टी के दिन पर्यटकों की संख्या पर्यटन स्थलों में अधिक रहती है.
जिला प्रशासन का फैसला: दअरसल छत्तीसगढ़ में 2023 के विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद पहली बार 2024 में यह बैठक बस्तर में आयोजित की गई है. इस बैठक में पिछड़ा और आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र बस्टर के विकास के लिए चर्चा होगी. और निर्णय लिया जायेगा. विकास प्राधिकरण की बैठक को देखते हुए बस्तर कमिश्नर, आईजी, कलेक्टर और एसपी जलप्रपात स्थल में पहुंचे और तैयारियां का जायजा लिया.