नई दिल्ली: नए साल पर अमूमन हर कोई अपने दोस्तों या परिवार के साथ किसी न किसी जगह घूमने का प्लान बनाता है. हर किसी के मन में इसको लेकर काफी उत्साह रहता है. लोग विशेष योजना बनाते हैं कि न्यू ईयर का सेलिब्रेशन कहां किया जाए? ये एक विशेष दिन होता, जब हर कोई किसी टूरिस्ट प्लेस पर जाने की प्लानिंग करता है. इस बार दिल्ली के लोगों ने किन मुख्य टूरिस्ट प्लेस का चयन किया. इस सिलसिले में 'ETV भारत' ने इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स कमिटी के चेयरमैन डॉ. सुभाष गोयल से खास बातचीत की. आइए जानते हैं और कौन सी जगहों पर लोग जाने को इच्छुक हैं...
न्यू ईयर सेलिब्रेशन के लिए लोग न केवल देश बल्कि विदेशों में भी घूमना पसंद करते हैं. डॉ. सुभाष ने बताया कि विदेश जगहों की बात करें तो थाईलैंड, मलेशिया, सिंगापुर, यह सभी ट्रेडिशनल डेस्टिनेशन हैं. लेकिन, इस बार बाकू और वियतनाम ज्यादा पसंद आ रहा है. इसके साथ ही लोगों ने कंबोडिया और लाओस जो दक्षिण-पूर्व एशिया में स्थित एक देश है, जाना पसंद किया है. इन देशों के लिए आसानी से वीज़ा मिल जाते हैं. यही वजह है कि ये देश काफी पॉपुलर हुए हैं.
भारत में नए साल मनाने के लिए बेहतरीन जगहें: हर साल की तरह दुबई इस वर्ष भी काफी पॉपुलर हैं. न्यू ईयर सेलिब्रेशन के लिए इन देशों की बुकिंग ज्यादा देखने को मिली है. लेकिन, अगर डोमेस्टिक न्यू ईयर सेलिब्रेशन डेस्टिनेशन की बात करें तो कश्मीर, नार्थ ईस्ट, केरल की बुकिंग ज्यादा हुई है. बीते वर्षों की तुलना में गोवा की बुकिंग इस बार कम हुई है. इसके दो कारण है, पहला अधिकतर सैलानी गोवा घूम चुके हैं और दूसरा न्यू ईयर के समय यहाँ के होटलों का किराया काफी महंगा हो जाता है. इस बार लोगों ने राजस्थान के पर्यटन स्थलों की भी काफी बुकिंग की है.
क्रिसमस और न्यू ईयर पर बढ़ जाता है किराया: डॉ. सुभाष गोयल ने बताया कि न्यू ईयर और फेस्टिव सीजन के दौरान मुख्य टूरिस्ट प्लेस पर मौजूद होटल के किराये 30 से 50 फीसदी तक बढ़ जाते हैं. हवाई फेयर में भी खासा बढोत्तरी देखने को मिलती है. जिस जगह की जितनी ज्यादा बुकिंग होती हैं वहां के एयर फेयर और होटल का फेयर उसी हिसाब से बढ़ जाता है.
टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए ये काम होनी चाहिए: डॉ. सुभाष का मानना है कि सरकार को टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए एक अपर रेट लिमिट फिक्स करनी चाहिए. जैसे अगर दिल्ली से मुंबई उड़ानों के लिए ऑपरेटिंग रेट 4 हज़ार रुपए हैं तो उसको 12 हज़ार तक सीमित कर देना चाहिए. ताकि लोग एक निश्चित राशि भुगतान कर बुकिंग करा सकें. डॉ. सुभाष ने बताया कि, इस बार जब अहमदबाद में क्रिकेट मैच हुआ था, तो लोगों से 1-1 लाख रुपए हवाई फेयर चार्ज किये गए थे. वहीं, छठ पूजा के दौरान भी पटना का एयर फेयर भी काफी हो गया था, इसलिए जरुरी है कि एयर फेयर और होटल चार्ज को लेकर एक अपर लिमिट फ़िक्स करनी ज़रूरी है. गौरतलब है कि अगर आपको भी हर वर्ष न्यू ईयर के लिए कोई नई जगह जाना चाहते हैं तो एयर फेयर और होटल के रेट को ध्यान में रखते हुए कुछ महीने पहले टिकट बुक कर लेनी चाहिए.
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