रामनगर: विश्व प्रसिद्ध जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क के धनगढ़ी एवं ढिकाला जोन के प्रवेश द्वार में बने इंटरप्रिटेशन सेंटर (परिचय केंद्र) से पार्क प्रशासन को एक बार फिर से अच्छे राजस्व की प्राप्ति हुई है. इस इंटरप्रिटेशन सेंटर में हर वर्ष देशी पर्यटकों के साथ ही विदेशी पर्यटक भी इसका दीदार करने के लिए पहुंचते हैं.
इस इंटरप्रिटेशन सेंटर में कॉर्बेट की जैव विविधता और जंगल के माहौल को बारीकी से दर्शाने के अलावा कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी गई हैं. साथ ही इंटरप्रिटेशन सेंटर में बच्चों को जानकारी देने के लिए भी काफी कुछ है. इसमें वयस्क की ₹100 व 12 साल से बड़े बच्चों का 50 रुपये व 12 वर्ष से छोटे बच्चों की निशुल्क एंट्री है. इंटरप्रिटेशन सेंटर में कॉर्बेट प्रशासन ने बाघ, तेंदुआ, हाथी, भालू और हिरण सहित कॉर्बेट के अन्य वन्यजीव, जंगल और नदियों को शिल्पकला के माध्यम से दर्शाया है.
साथ ही इस इंटरप्रिटेशन सेंटर में बच्चों के रोमांच के लिए 3D थियेटर में वन्यजीवों की फिल्म दिखायी जाती है. इसके साथ ही रात में जंगल में वन्यजीव कैसे विचरण करते हैं और कैसे शिकार करते हैं, इसे भी दिखाया गया है. और भी कई चीजें इस म्यूजियम (इंटरप्रिटेशन सेंटर) में दिखाई गई हैं, जो जिम कॉर्बेट की जीवनी से लेकर पार्क को नजदीक से समझाती हुई नजर आती हैं.
वहीं अपने परिवार के साथ इंटरप्रिटेशन सेंटर में आये पर्यटक राजेश कहते हैं कि उन्हें यहां आकर बहुत अच्छा लगा. वन्यजीवों के जीवन को और करीब से जानने का मौका मिला. वे कहते हैं कि यह इंटरप्रिटेशन सेंटर नई पीढ़ी को वनों और वन्यजीवों के संरक्षण में अहम भूमिका निभा रहा है.
कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक दिगंत नायक ने बताया कि इस वर्ष पिछले वर्ष के मुकाबले इंटरप्रिटेशन सेंटर से कॉर्बेट पार्क को अच्छी कमाई हुई है. उन्होंने बताया कि पिछले सत्र 2022-23 में इंटरप्रिटेशन सेंटर से 74 लाख रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ था. इस सत्र 2023-24 में इसमें 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. इस सत्र में हमें 87 लाख रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है.
उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष 77 हजार पर्यटक इंटरप्रिटेशन सेंटर में आये थे. वहीं इस सत्र 2023-24 में 1 लाख से ज्यादा पर्यटक यहां पहुंचे थे. उपनिदेशक ने बताया कि इंटरप्रिटेशन सेंटर में और भी कई एडीशनल चीजें करने की हम सोच रहे हैं.