देहरादून: उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीटें हैं. इन पांच लोकसभा सीटों में भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों की बात करें तो कुछ ऐसे प्रत्याशी हैं जो करोड़पति के श्रेणी में आते हैं. यही नहीं, इन प्रत्याशियों के पास इतनी संपत्ति हैं कि ये बिना पार्टी फंड के लोकसभा चुनाव लड़ सकते थे.
टॉप 5 करोड़पति कैंडिडेट: प्रदेश की पांचों सीटों पर भाजपा और कांग्रेस पार्टी से चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों में बात करें तो टिहरी लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी माला राज्य लक्ष्मी शाह सबसे अमीर प्रत्याशी हैं. भाजपा प्रत्याशी माला राज्य लक्ष्मी शाह के पास पति और पति की विरासती संपत्ति काफी अधिक है. दूसरे नंबर पर हरिद्वार लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के बेटे वीरेंद्र रावत के पास भी करोड़ों की संपत्ति है. तीसरे नंबर पर हरिद्वार लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी एवं पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के पास भी करोड़ों की संपत्ति है. चौथे नंबर पर गढ़वाल लोकसभा सीट से प्रत्याशी एवं कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल के पास करोड़ों रुपए की चल और अचल संपत्तियां हैं. पांचवे नंबर पर नैनीताल उधम सिंह नगर लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी एवं पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट के पास करोड़ों रुपए की संपत्ति है.
माला राज्य लक्ष्मी शाह सबसे अमीर : टिहरी लोक सभा सीट से भाजपा प्रत्याशी माला राज्य लक्ष्मी शाह सबसे अमीर प्रत्याशी हैं. माला राज लक्ष्मी शाह के पास 6 करोड़ 96 लाख 26 हजार 415 रुपए की चल संपत्ति और 90 लाख रुपए की अचल संपत्ति है. साल 2019 में माला के पास 5 करोड़ 77 लाख 88 हजार 626 रुपए की चल और 90 लाख की अचल संपत्ति थी. इन पर साढ़े तीन करोड़ का लोन था. वर्तमान में ये लोन समाप्त हो चुका है. इसी क्रम में माला के पति के पास 46 करोड़ 08 लाख 24 हज़ार 676 रुपए चल संपत्ति और 3 करोड़ अचल संपत्ति के साथ 144.17 करोड़ रुपए की विरासती संपत्ति है. साल 2019 में माला के पति के पास 29 करोड़ 67 लाख 37 हज़ार 272 रुपए की चल संपत्ति और 143 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति थी. इन पांच सालों में महारानी परिवार की संपत्ति में करीब 21 करोड़ 77 लाख रुपए की संपत्ति का इजाफा कर साढ़े तीन करोड़ का लोन भी चुकाया है.
कांग्रेस के वीरेंद्र रावत भी करोड़पति: हरिद्वार लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी एवं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के बेटे वीरेंद्र रावत पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़े. वीरेंद्र रावत भाजपा और कांग्रेस के सभी प्रत्याशियों में से दूसरे सबसे अमीर प्रत्याशी हैं. वीरेंद्र रावत के पास 20 लाख 20 हजार 212 की चल संपत्ति और 5 करोड़ 60 लाख 50 हजार रुपए की अचल संपत्ति है. इसके साथ ही वीरेंद्र रावत के पास एक करोड़ रुपए की विरासती संपत्ति भी है. इसी क्रम में वीरेंद्र रावत की पत्नी के पास 70 लाख 72 हज़ार 643 रुपए की चल और 3 करोड़ 35 लाख रुपए की अचल संपत्ति है. वीरेंद्र परिवार के पास कुल 9 करोड़ 86 लाख 42 हजार 855 रुपए की संपत्ति है. वीरेंद्र रावत पर वर्तमान समय में करीब 95 लाख 25 हज़ार 685 रुपए का लोन है.
संपत्ति के मामले में त्रिवेंद्र रावत भी कम नहीं: उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं हरिद्वार लोकसभा सीट से प्रत्याशी त्रिवेंद्र सिंह रावत संपत्ति के मामले में तीसरे पायदान पर हैं. त्रिवेंद्र सिंह रावत के पास 62 लाख 92 हजार 113 रुपए की चल संपत्ति, एक करोड़ 25 लाख 05 हज़ार 805 रुपए की अचल संपत्ति है. 2 करोड़ 76 लाख 94 हज़ार रुपए की विरासती संपत्ति भी उनके पास है. इसके अलावा त्रिवेंद्र पर 75 लाख का लोन भी है. इसी क्रम में त्रिवेंद्र की पत्नी के पास एक करोड़ 01 लाख 92 हजार 61 रुपए की चल और एक करोड़ 08 लाख 68 हजार 060 रुपए की अचल संपत्ति है. साल 2017 में त्रिवेंद्र के पास 50 लाख की चल और अचल संपत्ति और 50 लाख की विरासती संपत्ति थी. उनकी पत्नी के पास 2 लाख 80 हजार रुपए की चल और 28 लाख रुपए की अचल संपत्ति थी. साथ ही त्रिवेंद्र पर 11 लाख 59 हजार 238 रुपए का लोन था. यानी इन सात सालों में त्रिवेंद्र की संपत्ति में करीब 5 करोड़ 45 लाख रुपए का इजाफा हुआ है.
गणेश गोदियाल भी अमीर कैंडिडेट में शामिल : गढ़वाल लोकसभा सीट से प्रत्याशी एवं कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, सबसे अधिक अमीर प्रत्याशियों में चौथे पायदान पर हैं. गणेश गोदियाल के पास 31 लाख 62 हजार 567 रुपए की चल और 2 करोड़ 40 लाख 59 हजार 666 की अचल संपत्ति के साथ ही 12,000 की विरासती संपत्ति है. उनकी पत्नी के पास 3267906 रुपए की चल और 2 करोड़ 37 लाख 39 हजार 666 रुपए की अचल संपत्ति है. साल 2022 के दौरान गोदियाल के पास 6 लाख 94 हजार 952 रुपए की चल और पत्नी के पास 2742859 रुपए की चल संपत्ति थी. इसके साथ ही गोदियाल और उनकी पत्नी के पास सामूहिक रूप से 3 करोड़ 58 लाख 39 हजार रुपए की अचल संपत्ति थी. ऐसे में इन दो सालों के भीतर गोदियाल ने न सिर्फ अपनी पारिवारिक संपत्ति में करीब 1.5 करोड़ का इजाफा किया, बल्कि एक करोड़ 33 लाख 12 हजार 526 का लोन और 12508350 रुपए की सरकारी देनदारी भी समाप्त कर लिया.
अजय भट्ट पांचवें नंबर पर : नैनीताल उधमसिंह नगर लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी एवं भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट संपत्ति के मामले में पांचवे में पायदान पर हैं. अजय भट्ट के पास 98 लाख 05 हज़ार 377 रुपए की चल और 20 लाख रुपए की अचल संपत्ति के साथ 6 लाख 39 हज़ार 800 रुपए की विरासती संपत्ति है. भट्ट की पत्नी के पास एक करोड़ 02 लाख 19 हजार 811 रुपए की चल और दो करोड़ 60 लाख 50 हजार रुपए की अचल संपत्ति है. साल 2019 में भट्ट के पास 69 लाख 98 हजार 359 रुपए की चल और 9 लाख रुपए की अचल के साथ 6 लाख 39 हज़ार 800 रुपए की विरासती संपत्ति थी. भट्ट की पत्नी के पास 86 लाख 56 हजार 789 रुपए की चल और 25 लाख 04 हजार 581 रुपए की अचल संपत्ति थी. यानी इन पांच सालो में भट्ट परिवार की कुल संपत्ति में करीब 2.90 करोड़ रुपए का इजाफा हुआ है.
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