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सरकार ने नया सर्कस रचा, किरकिरी से बचने के लिए तबादला सूची वापस ली: टीकाराम जूली

नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली का कहना है कि राज्य सरकार ने किरकिरी से बचने के​ लिए तबादला सूची वापस ली है.

Tika Ram Jully Targets BJP
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली (ETV Bharat Alwar)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Oct 15, 2024, 6:05 PM IST

अलवर: राजस्थान विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने आरोप लगाया है कि किरकिरी से बचने के लिए सरकार ने तबादला सूची वापस ली है. यह राज्य की भाजपा सरकार की नैतिक हार है. उन्होंने प्रदेश में होने वाले उप चुनावों की घोषणा से तुरन्त पहले शिक्षा विभाग द्वारा जारी तबादला सूची को कुछ ही घंटों बाद निरस्त किए जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए यह आरोप लगाया.

प्रतिपक्ष नेता जूली ने कहा कि राजस्थान की पर्ची सरकार ने मंगलवार को एक नया सर्कस रचा, लेकिन यह सजने से पहले ही कुछ ही देर में बिखर गया. इससे सरकार की नीयत में खोट की पोल खुल गई. जूली ने कहा कि प्रदेश में सात विधानसभा क्षेत्रों में उप चुनावों की तिथि की घोषणा से चंद घंटे पहले राज्य की भाजपा की पर्ची सरकार ने दौसा जिले के शिक्षकों की लंबी तबादला सूची जारी की. ये तबादले राजनीतिक लाभ और पूर्वाग्रह की दृष्टि से किए गए.

पढ़ें: शिक्षा महकमे की तबादला सूची पर ढाई घंटे में सरकार का यू टर्न, किरोड़ी की चिट्ठी ने बदलवाया फैसला

उन्होंने कहा कि सरकारी कार्मिकों पर दबाव बनाने के लिए किए गए इन तबादलों को चुनाव आयोग निरस्त करता, इस किरकिरी से बचने के लिए सरकार ने यह तबादला सूची ही वापस ले ली. यह राज्य की भाजपा सरकार की नैतिक हार है. प्रतिपक्ष नेता ने आरोप लगाया कि राज्य की भाजपा सरकार प्रदेश की जनता का विश्वास खो चुकी है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और भाजपा को तबादला सूची जारी करने के इस सर्कस के लिए प्रदेश की जनता से माफी मांगनी चाहिए.

अलवर: राजस्थान विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने आरोप लगाया है कि किरकिरी से बचने के लिए सरकार ने तबादला सूची वापस ली है. यह राज्य की भाजपा सरकार की नैतिक हार है. उन्होंने प्रदेश में होने वाले उप चुनावों की घोषणा से तुरन्त पहले शिक्षा विभाग द्वारा जारी तबादला सूची को कुछ ही घंटों बाद निरस्त किए जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए यह आरोप लगाया.

प्रतिपक्ष नेता जूली ने कहा कि राजस्थान की पर्ची सरकार ने मंगलवार को एक नया सर्कस रचा, लेकिन यह सजने से पहले ही कुछ ही देर में बिखर गया. इससे सरकार की नीयत में खोट की पोल खुल गई. जूली ने कहा कि प्रदेश में सात विधानसभा क्षेत्रों में उप चुनावों की तिथि की घोषणा से चंद घंटे पहले राज्य की भाजपा की पर्ची सरकार ने दौसा जिले के शिक्षकों की लंबी तबादला सूची जारी की. ये तबादले राजनीतिक लाभ और पूर्वाग्रह की दृष्टि से किए गए.

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उन्होंने कहा कि सरकारी कार्मिकों पर दबाव बनाने के लिए किए गए इन तबादलों को चुनाव आयोग निरस्त करता, इस किरकिरी से बचने के लिए सरकार ने यह तबादला सूची ही वापस ले ली. यह राज्य की भाजपा सरकार की नैतिक हार है. प्रतिपक्ष नेता ने आरोप लगाया कि राज्य की भाजपा सरकार प्रदेश की जनता का विश्वास खो चुकी है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और भाजपा को तबादला सूची जारी करने के इस सर्कस के लिए प्रदेश की जनता से माफी मांगनी चाहिए.

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