कोरिया: वन विभाग ने आखिरकार दहशत का पर्याय बने बाघिन को पकड़ ही लिया. बीते कई दिनों से बाघिन इलाके में घूम रही थी. बाघिन ने रिहायशी इलाके में घुसकर कई मवेशियों का भी शिकार कर लिया था. बाघिन की मौजूदगी की वजह से इलाके में दहशत का मौहाल था. शाम ढलते ही लोग अपने अपने घरों में दुबकने को मजबूर थे. वन विभाग भी लगातार लोगों को बाघिन से दूर रहने और जंगल नहीं जाने की हिदायत दे रहा था.
बाघिन को किया गया रेस्क्यू: आज जैसे ही लोगों को खबर मिली की बाघिन चिरमिरी के मोहारीडांड में छिपी है. लोगों ने तुरंत इसकी सूचना वन विभाग की टीम को दी. वन विभाग की टीम जबतक मौके पर पहुंचती तबतक बाघिन हल्दीबाड़ी के आर छह नंबर माइंस के पास पहुंच गई. वन विभाग की टीम ने तुरंत लोगों को मौके से हटाकर इलाके की घेराबंदी शुरु कर दी. बाघिन के खतरे के बावजूद लोग बाघिन की एक झलक पाने और उसका वीडियो बनाने के लिए मौके डटे रहे.
हमने बाघिन को देखा वो माइंस इलाके की झाड़ियों में छिपी बैठी थी. वन विभाग की टीम को इसकी खबर दी गई. वन विभाग की टीम ने अच्छा काम किया. - विजेंद्र कुमार सिंह, स्थानीय निवासी
बाघिन को हमने रेस्क्यू कर लिया है. फिलहाल अचानकमार टाइगर रिजर्व ले जाया गया है. अब लोगों को घबराने की जरुरत नहीं है. - के आर बढ़ाई, वन संरक्षक
वाइल्डलाइफ की टीम ने बाघिन को पकड़ा: वाइल्डलाइफ की टीम ने एक्सपर्ट डॉक्टरों की मदद से बाघिन को पहले ट्रैंक्यूलाइज किया फिर उसे बड़े पिंजरे में बंद कर दिया. बाघिन को फिलहाल कहां ले जाकर रखा जाएगा या फिर छोड़ा जाएगा अभी स्पष्ट नहीं है. फिलहाल वन विभाग की टीम बाघिन को लेकर अचानकमार टाइगर रिजर्व लेकर रवाना हुई है.