गौरेला पेंड्रा मरवाही: मरवाही वन मंडल में बाघ की दस्तक से ग्रामीण दहशत में हैं. गुरुवार देर रात राहगीरों ने बाघ को रिहायशी इलाके में देखा है. जिसके बाद ग्रामीणों की सूचना पर वन अमला मौके पर पहुंचा हुआ है. ग्रामीणों को जंगल की ओर जाने से रोका जा रहा है.
सिवनी गांव के पास दिखा बाघ: मरवाही वन मंडल में भालू और हाथी अक्सर देखे जाते रहे हैं. अब मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती क्षेत्रों में बाघ की दस्तक हुई है. देररात कुछ राहगीरों ने बाघ को सिवनी गांव के मुख्य चौराहे पर देखा. सुबह गांव में गाय पर बाघ के हमले के निशान भी मिले हैं.
रात डेढ़ बजे के आसपास घूमता दिखा बाघ: प्रत्यक्षदर्शी दीप नारायण शर्मा ने बताया कि वह अपने भाई के साथ गौरेला से रात को डेढ़ बजे वापस आ रहे थे. इसी दौरान रास्ते में ट्रक ड्राइवर खड़ा था. ट्रक ड्राइवर ने उन्हें बताया कि वहां से बाघ गुजरा है. जिसके बाद उन्होंने बाइक की लाइट गड्ढे के पास रोशनी की तो बाघ वहां से गुजरते हुए पैरावट के पास जाकर बैठ गया. कुछ देर के बाद बाघ वहां से गुजर गया. प्रत्यक्षदर्शी ने अपने मोबाइल से बाघ की फोटो भी खींची. बाघ काफी दूर था इसलिए तस्वीर उतनी साफ नहीं आई. उन्होंने इसकी सूचना वन विभाग को दी.
हमारा अनुमान है कि यह बाघ पहले एमपी के कान्हा किसली से होते हुए अचानकमार टाइगर रिजर्व पहुंचा. उसके बाद अचानकमार टाइगर रिजर्व से यह अमरकंटक क्षेत्र में आया. उसके बाद अब यह मरवाही वन मंडल में पहुंचा है. गुरुवार देर रात को यह सिवनी के पास देखा गया. वन अमला बाघ के आमद को लेकर गंभीर है. ड्रोन से बाघ की निगरानी की जा रही है. बाघ अकेला है इसलिए खतरा ज्यादा है- मोहर सिंह मरकाम, मरवाही वन मंडल के एसडीओ
बाघ के मिले फूट फ्रिंट, अलर्ट पर मरवाही वन विभाग: प्रत्यक्षदर्शी और गांव वालों की सूचना पर वन अमला तुरंत मौके पर पहुंचा और जांच शुरू की. वन अमले को बाघ के पैरों के निशान भी मौके से मिले है. मरवाही वन मंडल के डीएफओ रौनक गोयल ने बाघ के क्षेत्र में घूमने की पुष्टि की. उन्होंने बताया कि सिवनी इलाके में बाघ की मौजूदगी है. वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई है. ग्रामीणों को जंगल की ओर जाने से मना किया गया है.
बाघ की हो रही निगरानी: भालू क्षेत्र के नाम से पहचान रखने वाले मरवाही वन मंडल में बाघ ने दस्तक दी है. यह बाघ सिवनी के मुख्य चौराहे पर दिखा. जिससे वन्य जीव प्रेमियों में खुशी की लहर है. मरवाही वन मंडल के एसडीओ मोहर सिंह मरकाम ने बताया कि मरवाही वन मंडल की तरफ से बाघ की निगरानी की जा रही है. उसे सेफ पैसेज देने का काम वन मंडल की तरफ से किया जा रहा है. इस बाघ की उम्र तीन साल आंकी गई है.