अलवर : जिले के प्रमुख पर्यटन केंद्र सरिस्का टाइगर रिजर्व के द्वार पर्यटकों के लिए मंगलवार को खुल गए. पहले ही दिन बड़ी संख्या में देसी और विदेशी पर्यटक सफारी का आनंद लेने और बाघों का दीदार करने के लिए पहुंचे. सुबह करीब 6:30 बजे पहली पारी के दौरान टाइगर रिजर्व पहुंचने वाले पर्यटकों में काफी उत्साह दिखाई दिया. पहले दिन सफारी के लिए आने वाले पर्यटकों का तिलक लगाकर गर्मजोशी से स्वागत किया गया. पहली पारी में सभी कैंटर व जिप्सी फुल रहीं.
सभी जिप्सी व कैंटर बुक : सीसीएफ संग्राम सिंह ने बताया कि 1 अक्टूबर से पर्यटन सीजन की शुरुआत हुई है. 3 महीने बाद पर्यटकों को एक बार फिर से सरिस्का टाइगर रिजर्व में सफारी का आनंद मिलेगा. इसके लिए पहले ही दिन बड़ी संख्या में देसी व विदेशी टूरिस्ट आए हैं. पहले दिन सरिस्का टाइगर रिजर्व में सभी जिप्सी व कैंटर बुक हैं. सरिस्का के मुख्य गेट से जाने वाले रूट पर करीब 12 जिप्सी व 8 कैंटर हैं. इनमें पहले दिन पर्यटकों ने सफारी के लिए मुख्य गेट से एंट्री ली.
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पुरानी जिप्सियों को 1 साल का एक्सटेंशन : उन्होंने कहा कि इस बार जिले में अच्छी बारिश हुई है. सरिस्का में जितने भी जल स्रोत हैं, उन सभी में अच्छी मात्रा में पानी है. सब कुछ ठीक रहा तो पहली ही पारी में जाने वाले पर्यटकों को बाघों का दीदार होगा. सरिस्का में विभिन्न जोन बनाए गए हैं, जिनमें टूरिस्ट सफारी के लिए जाएंगे. उन्होंने उम्मीद जताई कि यह पर्यटन सीजन टूरिस्ट के हिसाब से अच्छा रहेगा. पहले ही दिन पहली पारी में देसी और विदेशी टूरिस्ट बड़ी संख्या में आए हैं. यह सरिस्का अभ्यारण के लिए अच्छा है. राज्य सरकार के आदेश अनुसार 9 साल पुरानी जिप्सियों का एक्सटेंशन 1 साल के लिए बढ़ाया गया है, जिनका रजिस्ट्रेशन दोबारा किया गया.
हर बार हुई बाघों की साइटिंग : गुड़गांव से आने वाले पर्यटक अनुज शर्मा ने बताया कि वह हर साल सरिस्का टाइगर रिजर्व में दो से तीन बार सफारी के लिए आते हैं. सरिस्का उनका पसंदीदा अभ्यारण में से एक है. बीते पर्यटन सीजन की लास्ट सफारी में भी मौजूद थे और इस साल की पर्यटन सीजन के पहले दिन की पहली सफारी में भी आए हैं. उनका कहना है कि उन्हें हर बार यहां बाघों की साइटिंग हुई है. सरिस्का में सफारी करना उन्हें बहुत पसंद है, इसलिए वे अपने परिजनों के साथ सफारी का आनंद लेने के लिए पहुंचे हैं.
सरिस्का टाइगर रिजर्व में पहले दिन सफारी के लिए बड़ी संख्या में पर्यटकों ने ऑनलाइन आवेदन किया, जिससे उन्हें टिकट विंडो पर लाइन में नहीं लगना पड़े. सरिस्का टाइगर रिजर्व में आने वाले पर्यटकों को बाघिन एसटी 9 व सरिस्का के युवराज कहे जाने वाले बाघ एसटी 21 ने बीते पर्यटन सीजन में खूब लुभाया है. पर्यटकों को उम्मीद है कि इस बार भी सफारी के दौरान उन्हें टाइगर की अच्छी साइटिंग होगी.
3 महीने बाद पर्यटकों को सरिस्का के तीन रूट पर सफारी करने का आनंद मिलेगा. बीते तीन माह में सरिस्का गेट से पांडुपोल वाले रूट पर ही पर्यटकों को जाने की अनुमति थी. कारण है कि मॉनसून सीजन में 3 माह के लिए पर्यटकों का प्रवेश सरिस्का टाइगर रिजर्व के कोर एरिया में वर्जित रहता है. यह समय बाघों के ब्रीडिंग का समय रहता है. साथ ही बारिश के चलते सफारी के ट्रैक भी खराब हो जाते हैं. पर्यटन सीजन के पहले दिन सरिस्का के सीसीएफ संग्राम सिंह कटिहार, उप वन संरक्षक अभिमन्यु सहारन साहित अन्य स्टाफ मौजूद रहा.