कोरिया: कोरिया वन मंडल में बाघों की संख्या बढ़ने के संकेत मिले हैं. वन विभाग की मानें तो कोरिया वन मंडल में इन दिनों चार बाघों का मूवमेंट है. तीन नर और एक बाघिन लगातार इलाके में बनी हुई है. वन विभाग का कहना है कि टेमरी के जंगल में तीन नर बाघ हैं जिनके फुटमार्क और तस्वीरें भी सामने आई है. सोनहत में एक बाघिन का मूवमेंट भी वन विभाग ने रिकार्ड किया है. बाघों पर निगरानी रखने के लिए वन विभाग ने खास टीम भी बनाई है. बाघों की निगरानी के साथ साथ टीम उसकी सुरक्षा के भी उपाए कर रही है.
कोरिया में बढ़ी बाघों की संख्या: बीते कुछ दिनों से लगातार ये खबरें सामने आ रही थी कि गांव के आस पास बाघ का मूवमेंट है. गांव वालों ने भी बताया था कि उनके मवेशियों का शिकार बाघ कर रहा है. जिस इलाके में बाघ देखा गया है उसी इलाके में बीते कुछ दिनों में तीन मवेशियों को बाघ अपना शिकार बना चुका है. वन विभाग की टीम ने बाघों को ट्रैक करने के लिए जंगल में कई जगहों पर कैमरे भी लगाए हैं. वन विभाग की टीम लगातार बाघों के फुटमार्क के जरिए उनको लोकेट कर रही है.
कोरिया वन मंडल में फिलहाल 4 बाघों का मूवमेंट है. टेमरी में तीन नर बाघ और सोनहत में एक बाघिन मौजूद है. वन विभाग की स्पेशल टीम उनपर नजर रखे हुए है. कैमरे की मदद से उनकी मूवमेंट को रिकार्ड किया जा रहा है - प्रभारक खलखो, डीएफओ
पालतू मवेशियों को बाघ बना रहे निशाना: बाघों की बढ़ती संख्या के चलते किसानों के पालतू मवेशियों के शिकार की घटनाएं भी बढ़ रही हैं. हाल के दिनों में कटकोना में भैंस का शिकार बाघ ने किया था. वन विभाग का का कहना है कि वन्य जीव संरक्षण के चलते बाघों की संख्या बढ़ी है.
गुरु घासीदास तमोर पिंगला टाइगर रिजर्व: बीते दिनों ही गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान को गुरु घासीदास तमोर पिंगला टाइगर रिजर्व का दर्जा दिया गया है. बाघों की बढ़ती संख्या से इस क्षेत्र को एक नई पहचान मिली है. वन विभाग का कहना है कि यह न केवल वन्यजीव संरक्षण के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि इस क्षेत्र के जैव विविधता को भी समृद्ध करेगा. कोरिया वन मंडल काफी घना है. लंबे क्षेत्र में फैले होने के चलते इसमें बड़ी संख्या में जंगली जानवर रहते हैं. बाघों के लिए ये सुरक्षित एरिया माना जाता है. यहां पानी की अधिकता और बाघों के शिकार के लिए बढ़िया माहौल है.