लखनऊ: रहमानखेड़ा स्थित केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान के जंगल में लगाए गए कैमरों में दूसरी बार बाघ की तस्वीर कैद हुई है. बाघ के पगचिह्न से मीठेंगर गांव से होते हुए संस्थान के अंदर मिले हैं. इसके बाद वन विभाग की टीम ने संस्थान के साथ आसपास के गांवों में बाघ की तलाश तेज कर दी है. अब विभाग संस्थान में दूसरा मचान बनाने की तैयारी कर रहा है. जबकि बाघ को पकड़ने के लिए दुधवा नेशनल पार्क से प्रशिक्षित हथिनियों को बुलाने का फैसला लिया गया है.
रहमानखेड़ा स्थित केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान के जंगल में लगे कैमरों की फुटेज से पता चला है कि बाघ चौथे ब्लॉक से सुबह करीब पांच बजे गुजरा था. इसका पता चलने पर डीएफओ डॉ. सितांशु पांडेय ने सर्च टीम को जरूरी निर्देश दिए. इसके साथ वन विभाग की टीमों को अलर्ट करने के साथ आसपास के गांवों में भेजकर लोगों को सतर्क करने को कहा गया है. बाघ के संस्थान के जंगल में ही होने और शाम 4 बजे के बाद मूवमेंट होने की उम्मीद के साथ टीमों को खासतौर पर सतर्क किया गया.
दुधवा से बुलाई जाएंगी दो प्रशिक्षित हथिनियां: रहमान खेड़ा में बाघ के दोबारा कैमरे में कैद होने के बाद प्रधान मुख्य वन संरक्षक सुनील चौधरी के निर्देश पर अपर प्रधान मुख्य संरक्षक रेणु सिंह ने दुधवा के फील्ड डायरेक्टर ललित वर्मा से संपर्क कर दो हथिनियों को लखनऊ भेजने का अनुरोध किया है. हथिनियां 2 जनवरी तक लखनऊ आ जाएंगी. यह हथिनियां बाघ को पकड़ने में प्रशिक्षित हैं. इनके आने से बाघ को पकड़ा जा सकता है.
संस्थान के अंदर बनेगा अब दूसरा मचान: DFO सितांशु पांडेय ने बताया कि संस्थान के अंदर ही बाघ की मूवमेंट है. मीठे नगर गांव के पास पगचिह्न मिले थे. उसकी संस्थान के अंदर आने की पुष्टि हुई है. अब वह संस्थान को ही अपना आशियाना बनाए हुए है. जिससे बाघ को ट्रैंकुलाइज करने में असानी होगी. संस्थान के अंदर अब दूसरा मचान बनाया जाएगा. एसडीओ हरिलाल व डाक्टर दक्ष के साथ नई जगह की तलाश की गई है. एसडीओ ने बताया कि चौथे ब्लॉक में बेल वाले खेत के आगे दूसरा मचान बनाया जाएगा.