धौलपुर. राजस्थान प्रदेश के लिए भीषण गर्मी में राहत की खबर आई है. धौलपुर में लंबे समय से बंद पड़ा कंबाइंड साइकिल पावर प्लांट राज्य सरकार के निर्देश पर शुरू हो गया है. इससे प्रदेश को 330 मेगावाट बिजली दी जाएगी.
प्लांट के चीफ इंजीनियर सोन सिंह मीणा ने बताया कि धौलपुर का कंबाइंड साइकिल पावर प्लांट विगत लंबे समय से बंद पड़ा था. राज्य सरकार के निर्देश पर पावर प्लांट की तीन इकाइयां बुधवार से शुरू की गई है. इससे 330 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जा रहा है. शुरुआत में विद्युत सप्लाई भरतपुर, करौली और हिंडौन को दी जा रही है. सरकार के निर्देश में बिजली सप्लाई को आगे भी बढ़ाया जाएगा. धौलपुर के पावर प्लांट के शुरू होने से निश्चित तौर पर प्रदेश वासियों को बिजली की समस्या से निजात मिलेगी.
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पावर प्लांट का खर्चा ज्यादा: चीफ इंजीनियर सोन सिंह मीणा ने बताया कि धौलपुर कंबाइंड साइकिल पावर प्लांट गैस से संचालित होता है. ऐसे में इसका खर्चा सरकार अधिक वहन करती है. बिजली उत्पादन के हिसाब से 12.50 रुपये प्रति यूनिट बिजली का खर्च किया जाता है.
शुरुआत में भरतपुर संभाग को देंगे बिजली: चीफ इंजीनियर मीणा ने बताया कि कंबाइंड साइकिल पावर प्लांट से शुरुआत में टेस्टिंग कर भरतपुर संभाग को बिजली दी जा रही है. धौलपुर, भरतपुर, करौली और हिंडौन को विद्युत आपूर्ति सुचारू तरीके से शुरू कर दी गई है. बाद में राजस्थान के अन्य जिलों में भी आपूर्ति दी जाएगी. चीफ इंजीनियर मीणा ने बताया कि जिस प्रकार खपत बढ़ेगी, उसी के मुताबिक बिजली की आपूर्ति दी जाएगी.
ट्रिपिंग, फॉल्ट एवं वोल्टेज से मिलेगी निजात: बिजली का उत्पादन कम एवं खपत अधिक होने की वजह से धौलपुर जिले में बिजली के लिए त्राहिमाम मची हुई थी. राज्य सरकार की पहल पर पावर प्लांट की शुरुआत होने से धौलपुर जिले के लोगों को बड़ी राहत मिलेगी. इसके अलावा बिजली ट्रिपिंग, फॉल्ट एवं कम वोल्टेज से लोगों को छुटकारा मिलेगा. बिजली के कम वोल्टेज होने की वजह से विगत 15 दिन से धौलपुर जिले में इलेक्ट्रिक उपकरण फुंकने से लोगों का भारी नुकसान भी हुआ है.