चमोली: त्रिस्तरीय पंचायत के पंचायत प्रतिनिधियों का कार्यकाल 2 वर्ष बढ़ाए जाने की मांग को लेकर थराली एवं देवाल विकास खंडों के पंचायत प्रतिनिधियों ने कार्यालय में सांकेतिक तालाबंदी कर प्रदर्शन किया. प्रतिनिधियों ने प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है. ज्ञापन में एक देश एक चुनाव की अवधारणा को पूरा करने की मांग करते हुए 1 जुलाई से प्रदेश स्तरीय आंदोलन की चेतावनी दी है.
पंचायत प्रतिनिधि ब्लॉक कार्यालय थराली में पहुंचे. वहां पर नारेबाजी करते हुए सांकेतिक प्रदर्शन किया. इसके बाद एडीओ पंचायत के माध्यम से पीएम एवं सीएम को ज्ञापन भेजा. ज्ञापन में कहा गया है कि 2020-21 में कोरोना महामारी के कारण त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधि अपेक्षित विकास कार्य नहीं कर सके थे. इसके अलावा राज्य के 12 जिलों में इसी वर्ष पंचायत प्रतिनिधियों का कार्यकाल 5 वर्ष के हिसाब से समाप्त हो रहा है. जबकि प्रदेश के हरिद्वार जिले में आने वाले दो साल बाद पंचायत प्रतिनिधियों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है. ऐसे समय में जबकि सरकारों का प्रयास जारी है कि एक देश एक चुनाव का फार्मूला लागू किया जाए. किंतु त्रिस्तरीय पंचायतों में उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायतों के दो बार चुनाव हो रहे हैं, जोकि गलत है.
प्रधानों ने कोरोना काल के 2 सालों को शून्य मानते हुए राज्य के त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों का कार्यकाल 2 साल बढ़ाए जाने की मांग की है. मांग नहीं माने जाने पर 1 जुलाई से धरना-प्रदर्शन शुरू कर आंदोलन जारी किए जाने की चेतावनी दी है. इस मौके पर प्रधान संगठन के ब्लॉक उपाध्यक्ष गंभीर सिंह रावत, प्रधान सूना कैलाश देवराड़ी, तलवाड़ी खालशा कुंवर सिंह रौथाण, देवलग्वाड़ दलवीर सिंह बिष्ट, भटियाणा पंकज जोशी, क्षेपंस हरेंद्र बिष्ट आदि मौजूद थे.
पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा पीएम एवं सीएम को भेजे गए ज्ञापन में प्रधान संघ के ब्लॉक अध्यक्ष राजेंद्र सिंह बिष्ट, उपाध्यक्ष आनंद बिष्ट, मनोज मिश्रा, तुलसी देवी, हुकम सिंह, कुंदन सिंह कोटेड़ी, दीवान राम, रेखा देवी, शीला देवी, भागीरथी देवी, अंशी देवी, कुंदन राम, ज्येष्ठ प्रमुख हीरा सिंह परिहार, क्षेपंस प्रताप राम, पान सिंह तुलेरा और रमेश राम आदि के हस्ताक्षर मौजूद हैं.
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