भरतपुर : जिले के बयाना उपखंड के ग्राम नगला बंडा में गुरुवार को दीपावली की खुशियां मातम में बदल गईं. गांव के एक ही परिवार के तीन सदस्य नदी में डूब गए. सभी जंगल में बकरियां चराने गए थे. एसडीआरएफ की टीम नदी में दो बच्चों और एक बुजुर्ग की तलाश कर रही है. अभी तक तीनों का पता नहीं लग पाया है.
थाना प्रभारी बलराम यादव ने बताया कि घटना की सूचना के बाद वो मौके पर पहुंचे. साथ ही एसडीआरएफ टीम को घटनास्थल पर बुलाया. बीते करीब तीन घंटे से टीम नदी में तीनों की तलाश में जुटी है, लेकिन किसी का पता नहीं लग पाया है. उन्होंने बताया कि बयाना क्षेत्र के गांव नगला बंडा निवासी 60 वर्षीय विश्राम सिंह गुर्जर, उसका 14 वर्षीय पौत्र योगेश पुत्र गजराज और 7 वर्षीय अंकित पुत्र गजराज गुर्जर तीनों जंगल में बकरियां चराने गए थे.
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इसी दौरान कुछ बकरियां गंभीरी नदी में घुस गईं, जिन्हें निकालने के प्रयास में तीनों नदी में बह गए. हादसे की सूचना मिलते ही मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई. गौरतलब है कि मानसूनी सीजन में अच्छी बरसात होने की वजह से करौली जिले के पांचना बांध का पानी नदी में छोड़ा गया, जिसकी वजह से बीते करीब दो माह से गंभीरी नदी में बाढ़ के हालात बने हुए हैं. मानसूनी सीजन में अब तक जिले में नदी, जलाशय और झरनों में डूबने से करीब 20 लोगों की मौत हो चुकी है.