हापुड़: उत्तर प्रदेश के हापुड़ पुलिस ने रविवार को ऑनलाइन ठगी करने वाले गैंग का पर्दाफाश किया है. साथ ही गैंग के दो विदेशी नागरिक और भारतीय महिला सहित तीन साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से मोबाइल फोन, लैपटॉप, फर्जी रसीद और कैश बरामद किया है.
हापुड़ पुलिस ने रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लड़की और महिलाओं के काल्पनिक नाम से आईडी बनाकर भारत के लोगों से दोस्ती कर उनको अपने जाल में फंसा कर ऑनलाइन पैसे की ठगी करने वाले गैंग का पर्दाफाश किया. पुलिस ने इस गैंग के नाइजीरिया में रहने वाले दो विदेशी नागरिकों और एक भारतीय महिला ठग को गिरफ्तार कर लिया.
पकड़े गए विदेशी साइबर ठगों ने पूछताछ पर बताया कि फेसबुक और इंस्टाग्राम पर लड़कियों के काल्पनिक नाम से फर्जी अकाउंट बनाकर अपनी पहचान छिपा कर भारत के लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज देते थे, जो व्यक्ति हमारे फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट कर लेता है. फिर हम उसे मैसेंजर पर मैसेज कर दोस्ती कर लेते हैं, फिर हम लोग अपने आप को भारत में घूमने आना और उस व्यक्ति से भारत में आकर मिलना बताकर उसे विश्वास में लेकर भारत में आने की तारीख बताकर पूर्ण विश्वास में ले लेते थे.
उस व्यक्ति को जिस तारीख में भारत में आने के लिए बताते थे. उस तारीख में हम लोग विदेशी नंबरों से उसे व्यक्ति को मर्सी केथ से व्हाट्सएप कॉल करते थे, फिर उस व्यक्ति की मर्सी केथ कहती थी कि मैं दिल्ली हवाई अड्डे पर आ गई हूं. आपके लिए यूएस डॉलर आईफोन आदि सामान गिफ्ट में लाई हूं. यह सामान एयरपोर्ट पर कस्टम विभाग ने पकड़ लिया है. कस्टम विभाग वाले सामान की फीस मांग रहे हैं और फोन को काट देते थे.
इसके तुरंत बाद ठग कस्टम डिपार्टमेंट का कर्मचारी या अधिकारी बनकर उस व्यक्ति को कॉल करते थे और उस व्यक्ति से कहा जाता था कि तुम्हारी दोस्त के पास से यूएस डॉलर महंगा आईफोन आदि सामान मिला है, जिसकी आपको करेंसी चेंज करने और आईफोन की 10% फीस लगेगी. उस व्यक्ति से फीस लेने के बाद जब व्यक्ति उनकी बातों में फंसा रहता था. तब वह लोग मनी एक्सचेंज आदि के नाम पर बार-बार पैसे लेते रहते हैं और विश्वास दिलाने के लिए कस्टम डिपार्टमेंट दिल्ली की फर्जी रसीदें व्हाट्सएप पर भेज देते थे.
पकड़े गए तीनों आरोपी नाइजीरिया निवासी पीटर उर्फ डेविड और माइकल डिनो अडेक्स और मर्सी केथ पत्नी माइकल डीनो एडेक्स है. पुलिस ने तीनों आरोपियों के पास से चार मोबाइल फोन, एक लैपटॉप, 1520 रुपये की नगदी व फर्जी रसीदें बरामद की हैं.
इस मामले में एसपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि थाना पिलखुवा में साइबर फ्रॉड से संबंधित एक मुकदमा दर्ज हुआ था, जिसमें वादी ने बताया था कि फेसबुक पर महिला बनकर किसी ने दोस्ती की. फिर उसने बताया कि वह कैलिफोर्निया से बात कर रही है और वह पीड़ित से मिलने भारत आना चाहती है, फिर उन्होंने बताया कि वह भारत आ चुकी है और उसे कस्टम विभाग ने सामान के साथ पकड़ लिया है. यह सब बात करके पीड़ित से करीब 1,00,000 रुपये की ठगी की गयी थी. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए विदेशी महिला द्वारा पीड़ित से चैट की गई थी. जब पुलिस ने पूरे मामले में जांच की तो तीन लोगों के नाम प्रकाश में आए. उसमें दो नाइजीरियाई मूल के निवासी हैं और एक भारतीय महिला है.
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि आरोपी सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों के साथ इसी तरह ठगी करते थे. आरोपियों के पास से फर्जी वीजा और पासपोर्ट की फोटो कॉपी बरामद हुई हैं. कागजातों की जांच की जा रही है.
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