बाराबंकी: जिले में एक फैक्ट्री के डीजल ऑयल टैंक को साफ करने टैंक में उतरे तीन कर्मचारियों की दम घुटने से मौत हो गई .फैक्ट्री प्रबंधन को जब जानकारी हुई तो हड़कम्प मच गया.आनन-फानन तीनो कर्मचारियों को देवां सीएचसी ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
जानकारी के मुताबिक, जहांगीराबाद थाना क्षेत्र के भटेहटा गांव में गनपति कैटल शीट फैक्ट्री स्थित है. फैक्ट्री में पशु आहार का रॉ मटेरियल तैयार किया जाता है. फैक्ट्री में जमीन में डीजल रखने का टैंक भी है. करीब 5 फीट गहरे इस टैंक की निर्धारित शेड्यूल पर सफाई भी की जाती है. सोमवार शाम करीब 4 बजे प्लांट के डीजल टैंक को साफ करने के लिए कुटी निवासी कर्मचारी नीलेश यादव (28) उतरे थे. लेकिन अंदर जहरीली गैस होने से नीलेश का दम घुटने लगा.
नीलेश की हालत देख उसको बचाने के लिए कर्मचारी धर्मेंद्र यादव (45) निवासी अम्बेडकरनगर और सुनील यादव (35) निवासी कुटी भी टैंक में कूद गए. लेकिन जहरीली गैस की चपेट में ये लोग भी आ गए और का दम घुटने लगा. फैक्ट्री में मौजूद दूसरे श्रमिकों ने जब इन तीनों की हालत देखी तो किसी तरह टैंक से बाहर निकालकर सीएचसी देवां पहुंचाया. जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
एडिशनल एसपी चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि डीजल टैंक की सफाई करने उतरे एक कर्मचारी की दम घुटने से खराब हो रही हालत को देखते हुए उसे बचाने उतरे दो और श्रमिकों की भी दम घुटने से मौत हो गई. तीनों मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. रिपोर्ट आने पर क्लियर होगा कि मौत की असली वजह क्या है. फैक्ट्री प्रबंधन से पूछताछ की जा रही है. मामले में जो भी दोषी होगा, तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी. एडिशनल एसपी ने बताया कि मामले में एक जांच कमेटी गठित की गई है, जो जांच करेगी कि किन परिस्थितियों में ये कर्मचारी टैंक में उतरे और इनकी मौत कैसे हुई.