लखनऊ: राजधानी में एडीजी जोन लखनऊ रहे पियूष मोर्डिया के फेक सिग्नेचर कर तीन आरक्षियों का ट्रांसफर ऑर्डर तैयार कर दिया गया. हालांकि फर्जी ट्रांसफर आर्डर एडीजी जोन लखनऊ कार्यालय से निकलने से पहले ही पकड़ में आ गया. फर्जी ट्रांसफर आर्डर के सामने आने के बाद वर्तमान के एडीजी जोन लखनऊ अमरेंद्र सिंह सेंगर ने जांच के निर्देश दिए हैं. जिन तीन सिपाहियों के तबादले के फेक हस्ताक्षर कर आदेश जारी किए गए हैं, वे रायबरेली, उन्नाव और अयोध्या में तैनात हैं. अब जांच की जा रही है कि फर्जी ट्रांसफर लेटर आखिर कैसे तैयार किए गए.
एडीजी जोन लखनऊ अमरेन्द्र कुमार सेंगर ने बताया कि गुरुवार को जानकारी मिली थी कि उनके कार्यालय में सिपाहियों का एक ट्रांसफर आर्डर है, जो कि संदिग्ध लग रहा है. जिसके बाद कार्यालय स्तर पर जांच शुरू कर दी गई है. एडीजी जोन के अनुसार यह काम विभाग के ही किसी व्यक्ति द्वारा किया गया है. जांच के बाद दोषी के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी. फिलहाल जांच के तहत कर्मचारियों के बयान दर्ज किए गए हैं.
दरअसल, एडीजी जोन लखनऊ के कार्यालय से रायबरेली में तैनात सिपाही संजय कुमार, उन्नाव में तैनात सिपाही विजय बहादुर यादव और अयोध्या में तैनात सिपाही हरि मिश्रा का तत्कालीन एडीजी लखनऊ पीयूष मोर्डिया के सिग्नेचर से ट्रांसफर ऑर्डर जारी किए गए हैं. पिछले दिनों पीयूष मोर्डिया का ट्रांसफर एडीजी लखनऊ से एडीजी बनारस के पद पर किया गया है, इसी बीच यह पत्र सामने आया इसके बाद जांच के आदेश दिए गए हैं. इसमें विभागीय कर्मचारियों की संलिप्तता की बात सामने आ रही है.
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