बगहा: वाल्मीकी टाइगर रिजर्व से सटे वाल्मीकीनगर के गंडक प्रोजेक्ट कॉलोनी में भालू का आतंक सिर चढ़ कर बोल रहा है. सोमवार को कॉलोनी में एक साथ तीन भालू चहलकदमी करते देखा, जिसके बाद लोग भयभीत हैं. इसके अलावा हवाईअड्डा के समीप बसे मुहल्ले में एक व्यक्ति के घर के पास तीन भालू के दिखने से लोग दहशत में हैं.
VTR के रिहायशी इलाके में घर के पास पहुंचा भालू: बता दें कि विगत एक महीने से भालू और तेंदुआ लोगों के मोहल्ले तक पहुंच जा रहे हैं. इंडो नेपाल सीमा पर अवस्थित वाल्मीकीनगर के गंडक प्रोजेक्ट में धूप खिलने के साथ ही वन्य जीवों की चहलकदमी बढ़ गई है. ई टाइप कॉलोनी के नजदीक छाता चौक के पास एक साथ तीन भालुओं को देखा गया. कॉलोनी के आसपास भालुओं का झुंड देखकर लोग सकते में पड़ गए और कुछ देर तक आवाजाही पर रोक लग गई.
घर में घुस रहा था रसेल वाइपर : वहीं वाल्मीकीनगर हवाईअड्डा के समीप बसे पिपरा कुट्टी मुहल्ले में एक व्यक्ति के घर में रसेल वाइपर घुसने की फिराक में था. तभी घर वालों की नजर पड़ गई. जिसके बाद स्थानीय लोगों ने उसे लाठी डंडे के सहारे घर में घुसने से रोकने का प्रयास किया. इसकी सूचना वन विभाग को दी. जब वन विभाग की स्नेक कैचर टीम मौके पर पहुंची तो सांप घर के बगल में फेंके गए कचड़े के पास दिखा. जिसके बाद उसका रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ दिया गया.
"वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के जंगल से निकलकर आए दिन सांप, भालू और तेंदुआ हमारे मुहल्ले में आ जाते हैं, जिससे लोग भयभीत हो जाते हैं. जबकि वाल्मीकीनगर उपस्वास्थ्य केंद्र में सांप के काटने का कोई इलाज नहीं है. यदि किसी को सांप काट ले तो नेपाल के त्रिवेणी का रुख करना पड़ता है.वन विभाग को भी इस बात की जानकारी है कि प्रतिदिन जंगली जानवर लोगों के घरों तक पहुंच जा रहे हैं लेकिन लोगों की सुरक्षा के लिए कोई इंतजाम नहीं है." -शत्रुघ्न सिंह, ग्रामीण, तीन नंबर पहाड़, वाल्मीकीनगर
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