समस्तीपुर: कोलकाता में व्यवसायी पर फायरिंग मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. बिहार से तार जुड़ने के बाद कोलकाता पुलिस ने समस्तीपुर आकर तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने स्थानीय थाना की मदद से यह कार्रवाई की है.
बेउर जेल से फोन कर धमकी: मिली जानकारी के अनुसार, पश्चिम बंगाल के बेलघरिया थाना क्षेत्र अंतर्गत व्यवसायी अजय मंडल को बिहार के बेउर जेल से फोन कर पहले उनसे 50 लाख रुपए की रंगदारी मांगी गई थी, लेकिन जब उन्होंने इससे इनकार कर दिया तो उनपर ताबड़तोड़ फायरिंग कर जानलेवा हमले का प्रयास किया गया.
समस्तीपुर से तीन गिरफ्तार: वहीं, घटना के बाद से जांच में जुटी पुलिस को बिहार से तार जुड़े मिले. जिसके बाद कोलकता पुलिस ने एक टीम गठित कर बिहार भेजा और समस्तीपुर से तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. कोलकता पुलिस को स्थानीय पुलिस से भी पूरा साथ मिला, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है. पुलिस ने जितवारपुर के रहने वाले साहिल कुमार एवं अंकित कुमार को गिरफ्तार कर लिया.
मामला काफी हाई प्रोफाइल था: बताया जा रहा कि बेलघरिया पुलिस पिछले दो दिनों से समस्तीपुर जिले में डेरा जमाए हुई थी. मामला काफी हाई प्रोफाइल था और बेउर जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर से जुड़ा था, जिसके कारण नगर थाना पुलिस के साथ-साथ जिले की डीआईयू की टीम भी बेलघरिया पुलिस को सहयोग करने में जुटी हुई थी.
कई कारोबार का मालिक है पीड़ित: बता दें कि व्यवसायी अजय मंडल बैरकपुर के नोनाचंदनपुर निवासी हैं और गाड़ी शोरूम, रेस्तरां, होटल व प्रमोटिंग आदि का कारोबार करते है. पुलिस सूत्रों के अनुसार इस घटना में बेउर जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर सुबोध सिंह का नाम सामने आया है. उसने जेल से इंटरनेट कॉलिंग के माध्यम से व्यवसायी अजय मंडल से 50 लाख रुपए रंगदारी मांगी थी.
आठ राउंड फायरिंग: वहीं, रंगदारी देने से इनकार करने पर बाइक सवार उसके गुर्गो द्वारा कोलकाता जाने के दौरान व्यवसायी अजय मंडल के कार पर आठ राउंड फायरिंग कर हत्या का प्रयास किया था. हालांकि इस जानलेवा हमले में व्यवसायी अजय मंडल बाल-बाल बच गए थे. इस घटना के बाद व्यवसायी अजय मंडल की शिकायत पर बेलघरिया थाना में कांड संख्या 246 दर्ज कराया गया.
पुलिस बताने से परहेज कर रही: वहीं, इस मामले को लेकर समस्तीपुर डीआईयू को जल्द से जल्द पकड़ने का टास्क सौंपा गया है. हालांकि मामले में बेलघरिया और समस्तीपुर पुलिस अभी कुछ भी बताने से परहेज कर रही. लेकिन जानकारी आ रही है कि एक संदिग्ध पहले समस्तीपुर शहर में ही एक व्यवसायी की दुकान में काम करता था. बाद में वह कोलकाता जाकर सुबोध सिंह के गिरोह में जुड़ गया था.
लूट कांड का भी है आरोपी: बता दें कि सुबोध सिंह नालांदा जिले का रहने वाला है और बीते एक दशक से अधिक समय से अपराध की दुनिया में सक्रिय है. देश के कई राज्यों में उसके विरुद्ध मल्लपुरम गोल्ड लोन, मुत्थुट फाइनेंस व रिलायंस ज्वेलस सहित सोना लूट का आरोप है.
तीनों को कोलकाता लेकर रवाना: वहीं पुलिस सूत्रों के अनुसार संदिग्ध की गिरफ्तारी और उससे पूछताछ के बाद पुलिस को मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के मोहनपुर रोड स्थित रिलायंस ज्वेलस में बीते फरवरी महीने में हुए छह करोड़ के सोना लूट मामले भी काफी कुछ सुराग मिलने की संभावना बढ़ गई है. फिलहाल, कोलकाता पुलिस ने तीनों आरोपियों को जिला न्यायालय में प्रस्तुत कर अपने साथ कोलकाता लेकर रवाना हो गई है.