फिरोजाबाद : उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले में 29 जून को हुई एक युवक की हत्या के मामले में पुलिस ने खुलासा किया है. पुलिस के मुताबिक, बदमाशों ने 'क्राइम पेट्रोल' सीरियल देखकर हत्या की इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया और मृतक के खाते से यूपीआई के जरिए 99 हजार रुपये भी ट्रांसफर कर लिए. घटना को अंजाम देने वाला कोई और नहीं बल्कि मृतक का दोस्त ही था, जिसने अपने अन्य दो दोस्तों को रुपए देने का लालच देकर इस युवक की हत्या कराई. पुलिस ने इस घटना में शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
एसपी सिटी सर्वेश कुमार मिश्रा ने बताया कि 29 जून को टूंडला थाना क्षेत्र में गांव बनकट के पास सिंचाई विभाग के खंडहर कार्यालय में एक युवक का शव बरामद हुआ था. कार्यालय के चौकीदार चुन्नीलाल ने मामले की जानकारी पुलिस को दी थी. बाद में इस युवक की शिनाख्त धर्मवीर सिंह ग्राम धर्मपुर थाना पचोखरा के रूप में की गई. उन्होंने बताया कि इस घटना के खुलासे के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर तीन टीमों को लगाया गया था. इन टीमों ने 3 जुलाई को नगला महादेव तिराहे से तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है, जिनके नाम दीपक, भोला उर्फ मुनेश ठेनुआ, लहटू उर्फ विष्णु हैं.
एसपी सिटी सर्वेश कुमार मिश्रा ने बताया कि इस घटना का मुख्य आरोपी दीपक है जोकि मृतक धर्मवीर का दोस्त था. यह दोनों ही लोग एक मोबाइल टावर पर काम करते थे. दीपक ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि वह मोबाइल पर सट्टा लगाता था, इसलिए उस पर काफी कर्ज हो गया था. उसने कुछ रुपया धर्मवीर से भी उधार लिया था, जिसको वह लौटा नहीं पा रहा था. इस कारण उसकी धर्मवीर से कहासुनी हुई थी. धर्मवीर ने पैसे की एवज में दीपक से अपशब्द कह दिए. इसी बात से आग बबूला हुए दीपक ने धर्मवीर को मारने की योजना बनाई. आरोपी दीपक ने अपने दो साथियों लहटू उर्फ विष्णु और भोले उर्फ मुनेश के साथ मिलकर योजनाबद्ध तरीके से धर्मवीर को सिंचाई विभाग के खंडहरनुमा कार्यालय ले जाकर उसे बीयर पिलाई और फिर सीरियल से मिले आइडिया से हाथों में ग्लव्स पहने ताकि फिंगरप्रिंट ना आ सके और अंगोछे से उसका गला घोंट दिया. बाद में उसके सिर पर ईंट मार दी, जिससे उसकी मौत हो गई. इसके बाद पुलिस ने अभियुक्तों की निशादेही पर घटना में प्रयुक्त अंगोछा, ग्लव्स, ईंट, मोबाइल फोन, 95 हजार रुपये की नगदी और धर्मवीर की मोटरसाइकिल बरामद कर ली है.
पूछताछ में दीपक ने यह भी बताया कि धर्मवीर के मोबाइल का पासवर्ड मुझे मालूम था, इसलिए उसके मोबाइल से यूपीआई के जरिए हम लोगों ने 99 हजार रुपये एक जनसेवा केंद्र से निकाल लिए थे. एसपी सिटी ने बताया कि तीनों आरोपियों को धर्मवीर की हत्या के आरोप में न्यायालय में पेश किया जा रहा है और न्यायालय के आदेश के बाद जेल भेजने की कार्रवाई की जाएगी.
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