सिरोही: श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा की शाखा श्री मनोरमा गोलोक नंदगांव केसुआं में स्वामी दत्तशरणानन्दजी महाराज की पावन निश्रा में आयोजित श्री गोकरुणा चातुर्मास आराधना महोत्सव के अंतर्गत हरियाली अमावस्या पर गौ भक्तों ने पीपल के पेड़ का पूजन कर हजारों वृक्ष लगाए.
प्रतिदिन होने वाले हरिहर पूजन में सांचौर और भीलड़ी के ग्रामवासी मनोरथी रहे. वेदलक्षणा गोमाहिमा श्री भरत चरित्र कथा के सांतवें दिन संतों और हजारों गौ भक्तों को संबोधित करते हुए मलूक पीठाधीश्वर राजेंद्रदास जी महाराज ने कहा कि वचन, सत्य और धर्म की रक्षा के लिए भरत जी को राज्याभिषेक के प्रस्ताव को स्वीकार कराने के लिए जो संवाद चल रहा था, वो बेहद आत्मीय और विस्मरणीय था. मलूक पीठाधीश्वर ने बताया कि भगवान श्री राम के वनवास और भरत जी का अपने भाई के प्रति प्रेम का क्षण विचलित करने वाला था.
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कथा से पूर्व गौ भक्तों ने हरिहर पूजन, रामचरित्र मानस मास पारायण पाठ, नंदगांव परिक्रमा, गोपूजन कर देशभर से वृंदावन के दंडी स्वामी सहित संतों के दर्शन किए. इस अवसर पर अवधेश चैतन्य महाराज, महंत चेतनानंद महाराज, प्रज्ञानंद महाराज, सुधानंद महाराज, राधाकृष्ण महाराज, रविंद्रानंद महाराज, बलदेवदास महाराज, गोवत्स विट्ठल कृष्ण महाराज, 121 दंडी स्वामी सहित भारतवर्ष के सैकड़ों ऋषि मौजूद रहे.
सिरोही से दो बसों से नंदगांव पहुंचे गोभक्त: वरिष्ट ट्रस्टी रघुनाथ सिंह ने बताया कि महोत्सव में गुजरात और राजस्थान के अलग-अलग जिलों से प्रतिदिन हजारों गौ भक्त आ रहे हैं. राजपुरोहित समाज विकास सेवा संस्थान की ओर से दो बसें आईं. संस्थान सिरोही के अध्यक्ष लालसिंह दुरासनी ने बताया कि गोलोक के दर्शन के साथ-साथ सभी संतो के दर्शन को लेकर गोभक्त उत्साहित थे. इस बीच गौ भक्तों ने नंदगांव परिक्रमा, कथा पोथी पूजन, गोपूजन कर संतों से आशीर्वाद लिया. इस अवसर पर प्रकाश आमलारी, रणछोड़ मामावली, अर्जुन सिरोही, अशोक पोसिंतरा, नारायणलाल झाड़ोली, कालूराम वाण, कन्हैयालाल एवं श्रवण कुमार आदि मौजूद थे.