मसूरीः उत्तराखंड के मसूरी में 144 करोड़ रुपए की मसूरी-यमुना पेयजल पंपिंग योजना के तहत किए गए कार्यों की पोल खुलती हुए नजर आ रही है. मसूरी के गांधी चौक पर जल निगम द्वारा 6 इंच की लाइन का वाल्व फट गया. जिससे क्षेत्र में पानी पानी हो गया. पानी फटने के बाद ऐसा लग रहा था मानो कोई झरना बह रहा हो. इस दौरान लोग इसका जमकर आनंद भी लेते नजर आए.
मसूरी के लंढौर में 20 जून को पेयजल आपूर्ति न होने से गुस्साए लोगों ने लाइनमैन को बंधक बना लिया था. इसके बाद जल संस्थान के अधिकारियों को भी मौके पर लोगों का आक्रोश झेलना पड़ा था. वहीं आज 22 जून को मसूरी के गांधी चौक पर जल निगम की पाइपलाइन फट गई. इससे मसूरी वासियों को सप्लाई होने वाला हजारों लीटर पानी बर्बाद हुआ. लोगों का कहना है कि जल निगम के द्वारा पेयजल योजना के तहत किए गए कार्य की खराब गुणवत्ता के कारण लोग पानी के लिए तरस रहे हैं.
उन्होंने कहा कि पर्यटन सीजन में पानी की भरपूर सप्लाई होनी चाहिए. लेकिन गढ़वाल जल संस्थान और जल निगम के अधिकारियों में आपस में सामंजस्य न होने के कारण लोगों को पानी की समस्या से हो रही है. उन्होंने कहा कि पिछले दिनों कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने बैठक के जरिए सभी अधिकारियों को आपस में सामंजस्य बनाकर मसूरी में पेयजल की आपूर्ति को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए थे. परंतु कई जगह पर सही तरीके से पेयजल आपुर्ति नहीं हो पा रही है. इससे लोगों में भारी आक्रोश है.
लोगों ने मांग की है कि मसूरी यमुना पेयजल पंपिंग योजना के तहत किए गए कार्यों की उच्च स्तरीय जांच की जाए और मसूरी के सभी क्षेत्रों में पेयजल की सप्लाई को सुनिश्चित किया जाए.
वहीं, गढ़वाल जल संस्थान मसूरी के अधिशासी अभियंता अमित कुमार ने कहा कि जल निगम द्वारा पेयजल योजना के तहत मसूरी में पाइप लाइन डाली गई है. परंतु अभी तक जल निगम के द्वारा गढ़वाल जल संस्थान को पेयजल योजना के तहत किए गए कार्य हैंडओवर नहीं किए गए हैं. उन्होंने कहा कि 6 इंच पाइप लाइन के वाल्व फट गया है. जिससे भारी मात्रा में पानी बर्बाद हुआ है. उन्होंने कहा कि उन्होंने कर्मचारी भेज कर वाल्व को ठीक करने के निर्देश दिए गए हैं.
उधर जल निगम के अधिशासी अभियंता संदीप कश्यप ने बताया कि 6 इंच की पाइप लाइन में पानी का ज्यादा प्रेशर आने के कारण गांधी चौक के पास पाइप लाइन का वाल्व फट गया. जिसको तत्काल ठीक करने के निर्देश दे दिए गए हैं.
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