ETV Bharat / state

गेहूं बेचने के लिए हजारों किसानों ने कराया रजिस्ट्रेशन, 5 दिन में एक किसान पहुंचा केंद्र पर - procurement of wheat at MSP

प्रदेश में गेहूं की खरीद 10 मार्च से शुरू हो चुकी है, लेकिन खरीद केंद्र अब तक सूने पड़े हैं. कोटा संभांग में बुधवार को पहला किसान खरीद केंद्र पर पहुंचा, जिसका अधिकारियों ने स्वागत किया.

Thousands farmers registered for MSP
गेहूं बेचने के लिए हजारों किसानों ने कराया रजिस्ट्रेशन
author img

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Mar 13, 2024, 10:51 PM IST

Updated : Mar 13, 2024, 11:32 PM IST

5 दिन में एक किसान पहुंचा खरीद केंद्र पर

कोटा. केंद्र सरकार ने फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के जरिए राजस्थान में गेहूं की खरीद 10 मार्च से शुरू कर दी है, लेकिन किसान गेहूं बेचने के लिए न बराबर पहुंच रहे हैं. पूरे प्रदेश में करीब 60 हजार किसानों ने रजिस्ट्रेशन कराया है. वहीं, हाड़ौती संभाग के चारों जिलों में 20 हजार किसानों का रजिस्ट्रेशन हुआ है, जबकि कोटा संभाग में बुधवार को पहला किसान फसल को बेचने के लिए खरीद केंद्र पहुंचा है.

यह खरीद भी झालावाड़ जिले के चौमहला में हुई है. दूसरी तरफ भामाशाह कृषि उपज मंडी कोटा सहित हाड़ौती के सभी मंडियों में लगातार गेहूं की फसल की आवक बढ़ रही है. अकेली कोटा की भामाशाह कृषि उपज मंडी में 8000 क्विंटल गेहूं पहुंच रहा है. पूरे हाड़ौती की बात की जाए तो करीब 20000 क्विंटल माल आ रहा है. इन मंडियों से इतर सरकार के खरीद केंद्र अभी सूने पड़े हुए हैं. इस पर एफसीआई के मंडल प्रबंधक प्रणव मुदगिल ने बताया कि खरीद 10 मार्च से शुरू हो गए हैं. हाड़ौती में फसल मार्च के अंतिम सप्ताह में कटना शुरू होती है, इसलिए हमें पूरी उम्मीद है कि 25 मार्च के बाद बढ़ी हुई तादाद में हमारे पास गेहूं की उपज पहुंचेगी.

पढ़ें: राजस्थान में गेहूं खरीद के लिए सरकार ने छेड़ा अभियान, व्यापारियों पर कई पाबंदियां... फील्ड में उतरे अफसर

मंडी में एमएसपी और बोनस से 200 रुपए ज्यादा दामः न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं की फसल को बेचने के लिए किसान इसलिए भी खरीद केंद्र पर नहीं जा रहे हैं, क्योंकि मंडी में उनको ज्यादा दाम मिल रहे हैं. कोटा की भामाशाह कृषि उपज मंडी की बात की जाए तो वहां पर वर्तमान में गेहूं का न्यूनतम दाम 2300 रुपए प्रति क्विंटल है. अधिकतम दाम 3050 रुपए प्रति क्विंटल है. वहीं, औसत दाम की बात की जाए तो वह 2600 रुपए प्रति क्विंटल है, जबकि न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसल बेचने पर किसान को 2400 रुपए प्रति क्विंटल मिलेगा.

पढ़ें: किसी एक की गलती से सभी किसानों को देशद्रोही कहना गलत-रामनारायण मीणा

एफसीआई के खरीद केंद्र पर पहुंचे किसान का स्वागतः एफसीआई इस बार बड़ी तादाद में गेहूं की खरीद करना चाहता है. जिससे पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम के जरिए लोगों तक गेहूं पहुंचा जा सके. ऐसे में पूरी तैयारी की गई है , लेकिन खरीद शुरू होने के 5 दिन बीतने के बाद भी एक ही किसान खरीद केंद्र पर पहुंचा है. इस किसान का स्वागत किया गया है. किसान नग सिंह झालावाड़ जिले के चौमहला खरीद केंद्र पहुंचे थे. उन्होंने रजिस्ट्रेशन कराया था. किसान स्वागत एफसीआई के गुण नियंत्रक सहायक महाप्रबंधक सुरेश कुमार मीणा और प्रबंधक डॉ. रामसेवक साहू ने किया. किसान से 28 क्विंटल गेहूं की खरीद हुई है.

पढ़ें: स्वामीनाथन की बेटी के बयान के बहाने गहलोत का केंद्र पर निशाना, एमएसपी पर कही यह बात

465 खरीद केंद्र पर जुटाई है व्यवस्थाः एफसीआई के मंडल प्रबंधक प्रणव मुदगिल का कहना है कि कोटा संभाग में 159 केंद्र खरीद के लिए बनाए हैं. इनमें एफसीआई के 35, राजफैड के 93, तिलम संघ के 26, नेफेड के 2 व एनसीसीएफ के 3 केंद्र हैं. इनमें फसल बेचने के लिए 20500 किसानों ने रजिस्ट्रेशन कराया है. इसी तरह से पूरे प्रदेश में 465 खरीद केंद्र बनाए गए हैं. इसमें एफसीआई के 166, राजफैड के 205, तिलम संघ के 47, नेफेड के 40 व एनसीसीएफ के 7 केंद्र हैं. पूरे प्रदेश में करीब 60 हजार किसानों के रजिस्ट्रेशन हुए हैं. उन्होंने बताया कि खरीद के लिए रजिस्टर्ड किसानों से भी संस्थाएं संपर्क कर रही है.

दे रहे है बोनस, बेचने के अगले 48 घंटे में पैसा भीः प्रणव मुदगिल का कहना है कि मार्केट से मुकाबला करने के लिए सरकार ने इस बार गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2275 रुपए प्रति क्विंटल रखा हैं. इस पर राज्य सरकार ने भी 125 रुपए प्रति क्विंटल बोनस घोषित किया है. कुल मिलाकर किसान को एक क्विंटल माल बेचने पर 2400 रुपए मिलेंगे. यह राशि भी किसान को 48 घंटे में उसके खाते में पहुंचा दी जाएगी.

हमने पूरी की है तैयारीः एफसीआई के मंडल प्रबंधक प्रणव मुदगिल ने बताया कि हमने पहले ही सीजन की तैयारी कर दी, ताकि किसानों को किसी तरह की समस्या नहीं हो. इसमें सभी तरह की व्यवस्थाएं हमने खरीद केंद्र पर जुटा ली है. खरीद के बाद माल की तुलाई और उसके ट्रांसपोर्टेशन की भी पूरी व्यवस्था की गई है. साथ ही स्टाफ की नियुक्ति भी कर दी गई है.

5 दिन में एक किसान पहुंचा खरीद केंद्र पर

कोटा. केंद्र सरकार ने फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के जरिए राजस्थान में गेहूं की खरीद 10 मार्च से शुरू कर दी है, लेकिन किसान गेहूं बेचने के लिए न बराबर पहुंच रहे हैं. पूरे प्रदेश में करीब 60 हजार किसानों ने रजिस्ट्रेशन कराया है. वहीं, हाड़ौती संभाग के चारों जिलों में 20 हजार किसानों का रजिस्ट्रेशन हुआ है, जबकि कोटा संभाग में बुधवार को पहला किसान फसल को बेचने के लिए खरीद केंद्र पहुंचा है.

यह खरीद भी झालावाड़ जिले के चौमहला में हुई है. दूसरी तरफ भामाशाह कृषि उपज मंडी कोटा सहित हाड़ौती के सभी मंडियों में लगातार गेहूं की फसल की आवक बढ़ रही है. अकेली कोटा की भामाशाह कृषि उपज मंडी में 8000 क्विंटल गेहूं पहुंच रहा है. पूरे हाड़ौती की बात की जाए तो करीब 20000 क्विंटल माल आ रहा है. इन मंडियों से इतर सरकार के खरीद केंद्र अभी सूने पड़े हुए हैं. इस पर एफसीआई के मंडल प्रबंधक प्रणव मुदगिल ने बताया कि खरीद 10 मार्च से शुरू हो गए हैं. हाड़ौती में फसल मार्च के अंतिम सप्ताह में कटना शुरू होती है, इसलिए हमें पूरी उम्मीद है कि 25 मार्च के बाद बढ़ी हुई तादाद में हमारे पास गेहूं की उपज पहुंचेगी.

पढ़ें: राजस्थान में गेहूं खरीद के लिए सरकार ने छेड़ा अभियान, व्यापारियों पर कई पाबंदियां... फील्ड में उतरे अफसर

मंडी में एमएसपी और बोनस से 200 रुपए ज्यादा दामः न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं की फसल को बेचने के लिए किसान इसलिए भी खरीद केंद्र पर नहीं जा रहे हैं, क्योंकि मंडी में उनको ज्यादा दाम मिल रहे हैं. कोटा की भामाशाह कृषि उपज मंडी की बात की जाए तो वहां पर वर्तमान में गेहूं का न्यूनतम दाम 2300 रुपए प्रति क्विंटल है. अधिकतम दाम 3050 रुपए प्रति क्विंटल है. वहीं, औसत दाम की बात की जाए तो वह 2600 रुपए प्रति क्विंटल है, जबकि न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसल बेचने पर किसान को 2400 रुपए प्रति क्विंटल मिलेगा.

पढ़ें: किसी एक की गलती से सभी किसानों को देशद्रोही कहना गलत-रामनारायण मीणा

एफसीआई के खरीद केंद्र पर पहुंचे किसान का स्वागतः एफसीआई इस बार बड़ी तादाद में गेहूं की खरीद करना चाहता है. जिससे पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम के जरिए लोगों तक गेहूं पहुंचा जा सके. ऐसे में पूरी तैयारी की गई है , लेकिन खरीद शुरू होने के 5 दिन बीतने के बाद भी एक ही किसान खरीद केंद्र पर पहुंचा है. इस किसान का स्वागत किया गया है. किसान नग सिंह झालावाड़ जिले के चौमहला खरीद केंद्र पहुंचे थे. उन्होंने रजिस्ट्रेशन कराया था. किसान स्वागत एफसीआई के गुण नियंत्रक सहायक महाप्रबंधक सुरेश कुमार मीणा और प्रबंधक डॉ. रामसेवक साहू ने किया. किसान से 28 क्विंटल गेहूं की खरीद हुई है.

पढ़ें: स्वामीनाथन की बेटी के बयान के बहाने गहलोत का केंद्र पर निशाना, एमएसपी पर कही यह बात

465 खरीद केंद्र पर जुटाई है व्यवस्थाः एफसीआई के मंडल प्रबंधक प्रणव मुदगिल का कहना है कि कोटा संभाग में 159 केंद्र खरीद के लिए बनाए हैं. इनमें एफसीआई के 35, राजफैड के 93, तिलम संघ के 26, नेफेड के 2 व एनसीसीएफ के 3 केंद्र हैं. इनमें फसल बेचने के लिए 20500 किसानों ने रजिस्ट्रेशन कराया है. इसी तरह से पूरे प्रदेश में 465 खरीद केंद्र बनाए गए हैं. इसमें एफसीआई के 166, राजफैड के 205, तिलम संघ के 47, नेफेड के 40 व एनसीसीएफ के 7 केंद्र हैं. पूरे प्रदेश में करीब 60 हजार किसानों के रजिस्ट्रेशन हुए हैं. उन्होंने बताया कि खरीद के लिए रजिस्टर्ड किसानों से भी संस्थाएं संपर्क कर रही है.

दे रहे है बोनस, बेचने के अगले 48 घंटे में पैसा भीः प्रणव मुदगिल का कहना है कि मार्केट से मुकाबला करने के लिए सरकार ने इस बार गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2275 रुपए प्रति क्विंटल रखा हैं. इस पर राज्य सरकार ने भी 125 रुपए प्रति क्विंटल बोनस घोषित किया है. कुल मिलाकर किसान को एक क्विंटल माल बेचने पर 2400 रुपए मिलेंगे. यह राशि भी किसान को 48 घंटे में उसके खाते में पहुंचा दी जाएगी.

हमने पूरी की है तैयारीः एफसीआई के मंडल प्रबंधक प्रणव मुदगिल ने बताया कि हमने पहले ही सीजन की तैयारी कर दी, ताकि किसानों को किसी तरह की समस्या नहीं हो. इसमें सभी तरह की व्यवस्थाएं हमने खरीद केंद्र पर जुटा ली है. खरीद के बाद माल की तुलाई और उसके ट्रांसपोर्टेशन की भी पूरी व्यवस्था की गई है. साथ ही स्टाफ की नियुक्ति भी कर दी गई है.

Last Updated : Mar 13, 2024, 11:32 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.