श्रीगंगानगर. श्री यादे माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष व राज्य मंत्री प्रहलाद राय टाक ने प्रदेशवासियों से इस दीपावली पर माटी कला कामगारों द्वारा बनाए गए उत्पादों को अपनाने की अपील की है. उन्होंने कहा कि इस दीपावली पर हमें सिर्फ मिट्टी के दीपक ही नहीं, बल्कि माटी कला कामगारों द्वारा बनाए गए बर्तनों और अन्य उत्पादों को भी अपनाना चाहिए. इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'लोकल फॉर वोकल' की अवधारणा को साकार कर सकते हैं.
मिटटी से बनी वस्तुए रख कर दिया संदेश : राज्यमंत्री टाक ने रंग बिरंगे मिटटी के दीपक और मिटटी से बनी अन्य वस्तुओं को दिखाते हुए इस दीपावली पर स्वदेशी अपनाने और मिट्टी के दीपक जलाकर खुशियां मनाने का आह्वान किया. इसके साथ ही अपनी रसोई में पकवान मिट्टी के बर्तनों में बनाने की नई शुरुआत करने की बात भी कही. टाक ने कहा कि आमजन और राजस्थान के कार्पोरेट घरानों, बड़े उद्योगपतियों से भी आग्रह है कि दीपावली के पावन पर्व पर मिट्टी से बने उत्पाद जैसे खिलौने, मूर्तियां, कप, और खाना बनाने के बर्तन उपहार में दें. इससे कुम्हार कामगारों को अधिक रोजगार मिलेगा और उनकी आय में वृद्धि होगी. प्रदेशवासियों के इस छोटे से सहयोग से मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का 'राइजिंग राजस्थान' का आह्वान सफल होगा.
पढें: Rajasthan: दीपक बनाने के लिए तेज हुई चाक की रफ्तार, ज्यादा दीपक बिकने की उम्मीद
टाक ने कहा कि माटी कला कामगारों को रोजगार देने और उनके उत्थान की दिशा में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना हेतु 5 करोड़ रुपये की राशि की घोषणा की गई थी जिस संबंध में बोर्ड द्वारा जमीन आवंटन हेतु राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजा जा चुका है. भूमि आवंटन के बाद सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की जाएगी. सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (COE) बनने से प्रदेश की माटी कला को नई दिशा मिलेगी. माटी कला उद्योगों का विकास होगा और व्यवसाय में वृद्धि होगी. उन्होंने उम्मीद जताई कि उनकी अपील का सकारात्मक परिणाम आएगा और इससे माटी कला कामगारों को प्रोत्साहन मिलेगा.
श्री यादे माटी कला बोर्ड से मिलेगा कामगारों को प्रोत्साहन : प्रहलाद राय टाक ने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की इसी बजट घोषणा के तहत 1000 इलेक्ट्रिक चाक और मिट्टी गूंथने की मशीनों का वितरण प्रदेशभर में किया जाएगा. जिससे चालू वित्त वर्ष में 10,000 रोजगार प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से सृजित होंगे. इन योजनाओं का क्रियान्वयन बोर्ड की चतुर्थ गवर्निंग बैठक में पारित योजनाओं के अनुसार किया जाएगा.