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वाहनों पर हाथ साफ करने वाले मामा-भांजे गिरफ्तार, पंजाब से जुड़े हैं तार - Three thieves arrested in Haridwar

Three thieves arrested in Haridwar हरिद्वार के देहात क्षेत्रों में गाड़ी चोरी होने के मामले में 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. बताया जा रहा है कि सभी आरोपी आपस में रिश्तेदार हैं. बहरहाल पुलिस द्वारा आगामी कार्रवाई की जा रही है. पढ़ें पूरी खबर..

Three thieves arrested in Haridwar
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी (photo- ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Sep 15, 2024, 5:21 PM IST

रुड़की: अगस्त महीने में हरिद्वार के देहात क्षेत्रों में गाड़ियां चोरी होने के मामले में गंगनहर कोतवाली पुलिस ने 3 शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के कब्जे से 2 बोलेरो पिकअप और एक अशोका लीलैंड वाहन बरामद किया किया है. बताया जा रहा है कि आरोपी पूर्व में भी गोकशी के मामले में जेल जा चुके हैं.

वाहनों पर हाथ साफ करने वाले मामा-भांजे गिरफ्तार (VIDEO-ETV Bharat)

पीड़ितों द्वारा गंगनहर कोतवाली और थाना पिरान कलियर में केस दर्ज करवाया गया था, जिसके बाद एसएसपी हरिद्वार द्वारा अधीनस्थ अधिकारियों को वाहन चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगाने और पूर्व में चोरी हुए वाहनों की बरामदगी के लिए निर्देश जारी किए गए थे. जिस पर टीमों का गठन किया गया था. साथ ही एसएसपी द्वारा इस मामले में प्रत्येक सप्ताह जनपद के सभी अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक की गई थी.

पुलिस ने विशेष अभियान चलाकर सीसीटीवी कैमरों को चेक किया. अनेक जानकारियों को आपस में जोड़ते हुए वाहन चोरों का लिंक पंजाब से होना सामने आया. मुखबिर की सूचना पर 3 आरोपी इरशाद खान, शहजाद और फरियाद खान को ग्राम नागल कलियर से रामपुर की ओर आने वाले रास्ते पर बने पुल से गिरफ्तार किया गया. आरोपी गाड़ी में पेंट करवाकर पंजाब से हरिद्वार लेकर आ रहे थे.

जांच में सामने आया कि तीनों आरोपी आपस में रिश्तेदार हैं. शहजाद और इरशाद सगे भाई हैं और फरियाद इनका मामा है, जो लगभग डेढ़ से 2 साल पहले परिवार सहित कलियर क्षेत्र में रहने आए थे. तीनों ने बेहद शातिर तरीके से एक-एक कर तीनों गाड़ियों को चोरी किया और पंजाब ले गए, जहां ओरिजिनल नंबर प्लेट बदलकर फर्जी नंबर प्लेट लगाई.

वहीं, पहचान छुपाने के लिए पूरी गाड़ी में दूसरा पेंट करवा लिया और चुपके से दो गाड़ियों को वापस हरिद्वार ले आए. यहां उनका इरादा इन्हीं चोरी की गाड़ियों से पशु चोरी कर उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर और सहारनपुर समेत अन्य इलाकों में बेचने का प्लान था, लेकिन हरिद्वार पुलिस की पैनी निगाहों से बच नहीं पाए. साल 2022 में जालंधर, पंजाब से गोकशी के मामले में इरशाद और फरियाद जेल जा चुके हैं.

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रुड़की: अगस्त महीने में हरिद्वार के देहात क्षेत्रों में गाड़ियां चोरी होने के मामले में गंगनहर कोतवाली पुलिस ने 3 शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के कब्जे से 2 बोलेरो पिकअप और एक अशोका लीलैंड वाहन बरामद किया किया है. बताया जा रहा है कि आरोपी पूर्व में भी गोकशी के मामले में जेल जा चुके हैं.

वाहनों पर हाथ साफ करने वाले मामा-भांजे गिरफ्तार (VIDEO-ETV Bharat)

पीड़ितों द्वारा गंगनहर कोतवाली और थाना पिरान कलियर में केस दर्ज करवाया गया था, जिसके बाद एसएसपी हरिद्वार द्वारा अधीनस्थ अधिकारियों को वाहन चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगाने और पूर्व में चोरी हुए वाहनों की बरामदगी के लिए निर्देश जारी किए गए थे. जिस पर टीमों का गठन किया गया था. साथ ही एसएसपी द्वारा इस मामले में प्रत्येक सप्ताह जनपद के सभी अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक की गई थी.

पुलिस ने विशेष अभियान चलाकर सीसीटीवी कैमरों को चेक किया. अनेक जानकारियों को आपस में जोड़ते हुए वाहन चोरों का लिंक पंजाब से होना सामने आया. मुखबिर की सूचना पर 3 आरोपी इरशाद खान, शहजाद और फरियाद खान को ग्राम नागल कलियर से रामपुर की ओर आने वाले रास्ते पर बने पुल से गिरफ्तार किया गया. आरोपी गाड़ी में पेंट करवाकर पंजाब से हरिद्वार लेकर आ रहे थे.

जांच में सामने आया कि तीनों आरोपी आपस में रिश्तेदार हैं. शहजाद और इरशाद सगे भाई हैं और फरियाद इनका मामा है, जो लगभग डेढ़ से 2 साल पहले परिवार सहित कलियर क्षेत्र में रहने आए थे. तीनों ने बेहद शातिर तरीके से एक-एक कर तीनों गाड़ियों को चोरी किया और पंजाब ले गए, जहां ओरिजिनल नंबर प्लेट बदलकर फर्जी नंबर प्लेट लगाई.

वहीं, पहचान छुपाने के लिए पूरी गाड़ी में दूसरा पेंट करवा लिया और चुपके से दो गाड़ियों को वापस हरिद्वार ले आए. यहां उनका इरादा इन्हीं चोरी की गाड़ियों से पशु चोरी कर उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर और सहारनपुर समेत अन्य इलाकों में बेचने का प्लान था, लेकिन हरिद्वार पुलिस की पैनी निगाहों से बच नहीं पाए. साल 2022 में जालंधर, पंजाब से गोकशी के मामले में इरशाद और फरियाद जेल जा चुके हैं.

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