खूंटीः घने जंगलों के बीच पहाड़ पर्वत और जलधाराओं को देखने के लिये नववर्ष के मौके पर जश्न मनाने हजारों पर्यटक खूंटी जिले के विभिन्न पर्यटन स्थल पहुंचते हैं. जिले में प्रकृति की खूबसूरती पर्यटकों को लुभाती है, जिसके कारण हर साल हजारों पर्यटक जिले के विभिन्न पर्यटन स्थलों के अलावा यहां की प्राकृतिक सौंदर्य के बीच नववर्ष धूमधाम से मनाते हैं. पर्यटकों की बढ़ती भीड़ के बीच कई बार हादसे हो जाते हैं, लेकिन इस वर्ष जिला प्रशासन ने भयमुक्त और बिना किसी हादसे के नव वर्ष मनाया जा सके इसको लेकर तैयारी कर ली है.
खूंटी जिले में पर्यटन स्थलों की भरमार है. दिसंबर के आखिरी सप्ताह और पूरे जनवरी माह में जिले के सभी पर्यटन स्थलों में भारी भीड़ देखने को मिलती है. पर्यटकों की भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं. प्रमुख पर्यटन स्थलों पर पर्यटक मित्र और सुरक्षा गार्ड तैनात किए गए हैं, साथ ही संबंधित क्षेत्र में, सभी थाना क्षेत्र के पुलिस बलों द्वारा सुरक्षा का जायजा भी लिया जाता है.
पंचघाघ, पेरवा घाघ, लतरातू डैम, रानी फॉल, सप्तधारा, पाण्डु पुडिंग, रीमिक्स फॉल, उलूंग, दशम फॉल समेत अन्य जलधाराओं में पुलिस द्वारा गश्त लगाई जाती है. ग्रामसभा स्तर से भी पर्यटन स्थलों में सुरक्षा मित्र पर्यटकों की सुरक्षा में लगे रहते हैं. खतरनाक पर्यटन स्थलों में जगह जगह साइन बोर्ड के माध्यम से लोगों को सूचित किया जाता है. डेंजर जोन में पर्यटकों की आवाजाही पर मनाही लगी होती है.
रीमिक्स फॉल, पांडु पुडिंग और पेरवाघाघ पर्यटकों का पसंदीदा स्थल है और यहां अक्सर घटनाएं घटती रही हैं. जिला प्रशासन ने इस बार पूरी तैयारी की है ताकि किसी तरह की कोई घटना न घटे.
डीसी लोकेश मिश्रा ने बताया कि जिला प्रशासन और पुलिस ने सभी स्पॉट को चिन्हित कर सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त कर ली है. जिन पर्यटन स्थलों में पर्यटकों की भीड़ अधिक रहती है, वहां पर्यटन विभाग द्वारा पिकनिक स्पॉट को विकसित करने का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है. पर्यटकों की सुविधा के लिए स्थानीय लोग छोटी-छोटी दुकान खोलकर पर्यटकों को ग्रामीण व्यंजन और दोना पत्तल उपलब्ध कराते हैं.
पंचघाघ में पर्यटकों को खाना बनाने में समय बिताना न पड़े इसे लेकर खाना बनाने की स्थानीय टीम भी उचित दर पर उपलब्ध कराने की शुरुआत की गई है. पर्यटन स्थलों की साफ सफाई का प्रबंध भी स्थानीय युवकों द्वारा संभाला गया है. जगह-जगह डस्टबीन रखे गए हैं. प्लास्टिक के प्रयोग पर प्रतिबंध लगाया गया है.
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